राहुल द्रविड़ बन सकते हैं इस नई टीम के लीडर, उनके अलावा कुछ पूर्व खिलाड़ियों को भी शामिल किया जा सकता है
|भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) जल्द ही एक कोविड-19 टास्क फोर्स का गठन करेगा। इस टीम का चीफ पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ का बनाया जा सकता है। साथ ही टीम में कुछ दूसरे पूर्व खिलाड़ियों को भी शामिल किया जा सकता है। फिलहाल, द्रविड़ नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) के चीफ हैं।
हाल ही में बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट की बहाली के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) यानी गाइडलाइंस जारी की थी। इसी गाइडलाइंस के साथ बोर्ड ने सभी राज्यों को टास्क फोर्स के बारे में भी जानकारी दे दी है। इस टीम में मेडिकल ऑफिसर, बीसीसीआई एजीएम, क्रिकेट ऑपरेशंस और स्वच्छता अधिकारी रहेंगे।
टास्क फोर्स खिलाड़ियों के संपर्क में रहेगी
टास्क फोर्स की जिम्मेदारी होगी की वे खिलाड़ियों से लगातार बात करते रहें। ट्रेनिंग कैंप के दौरान कोरोना को लेकर जरूरी सुविधाओं को मैनेज करें। यह टीम समय-समय पर बोर्ड को ट्रेनिंग और कोरोना से जुड़े मामलों के बारे में फॉलोअप देगी। राज्य के अलावा बेंगलुरु सेंटर में भी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग शुरू करने से पहले सहमति पत्र पर साइन करने होंगे।
खिलाड़ियों को ट्रेनिंग से पहले सहमति फॉर्म पर साइन करना होगा
100 पेज की गाइडलाइंस के मुताबिक, खिलाड़ियों को ट्रेनिंग शुरू करने से पहले अपने-अपने राज्य, बोर्ड या सेंटर पर गाइडलाइंस को लेकर सहमति फॉर्म पर साइन करने होंगे। साथ ही ट्रेनिंग के लिए घरेलू टीम को स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से भी परमिशन लेनी होगी। साथ ही 60 साल से ज्यादा उम्र के स्टाफ मेंबर ट्रेनिंग में शामिल नहीं हो सकेंगे। इसमें कोच, मैनेजर और डॉक्टर भी आते हैं।
खिलाड़ियों की सुरक्षा स्टेट एसोसिएशंस की जिम्मेदारी होगी
बोर्ड ने राज्य क्रिकेट एसोसिएशंस से कहा कि देश में कोरोना की स्थिति के हिसाब से इस गाइडलाइन में बदलाव होता रहेगा। सभी एसोसिएशंस को इसका हर हाल में पालन करना है। खिलाड़ियों, स्टाफ और स्टेक होल्डर्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्टेट क्रिकेट एसोसिएशंस की होगी।
स्टेडियम तक एन-95 मास्क पहनकर अपने ही वाहन से पहुंचेंगे खिलाड़ी
गाइडलाइंस के मुताबिक, खिलाड़ियों को स्टेडियम तक अपने ही वाहन से एन-95 मास्क पहनकर आना होगा। प्रैक्टिस के दौरान चश्मे भी लगाने होंगे। मैदान पर सिर्फ प्लेयर, स्टाफ और मान्यता प्राप्त कर्मचारी, कैटरिंग ही आ सकेंगे। सभी को स्टेडियम में आने की अनुमति सिर्फ एक ही गेट से रहेगी।