चैंपियंस ट्रोफी फाइनल में भारत की हार, ऑस्ट्रेलिया 15वीं बार चैंपियन
|भारत का हॉकी चैंपियंस ट्रोफी खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका और टीम गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से पेनल्टी शूटआउट में 1-3 से हार गई। यह लगातार दूसरा मौका है जब चैंपियंस ट्रोफी ट्राफी के फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया ने हराया है। ऑस्ट्रेलिया का यह 15वां चैंपियंस ट्रोफी खिताब है जबकि भारत एक बार भी इस खिताब को नहीं जीत सका।
यह टूर्नमेंट का 37वां और अंतिम सत्र था। भारतीय टीम खिताब जीतने के करीब पहुंच गई थी। चौथे क्वॉर्टर का खेल समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं जिसके बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ। शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर टायलर लोवेल तीन बचाव कर मैच के हीरो बने।
उन्होंने सरदार सिंह, हरमनप्रीत सिंह और ललित उपाध्याय को गोल नहीं करने दिया। शूटआउट में भारत के लिए सिर्फ मनप्रीत सिंह ही गोल कर सके। ऑस्ट्रेलिया के आरन जेलेवस्की और डेनियल बेल ने पेनल्टी में 2-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने मैथ्यू स्वान और टाम क्रैग के प्रयास को विफल कर दिया, लेकिन ग्रैम एडवार्डस ने गोल कर ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से जीत दिला दी।
भारतीय टीम इस बात से संतुष्ट होगी कि उसने मैच के दौरान 60 मिनट तक विश्व चैंपियन टीम को ना सिर्फ कड़ी टक्कर दी बल्कि मैच के ज्यादा हिस्से में ऑस्ट्रेलिया पर हावी रही। टीम को कई मौकों को नहीं भूना सकी जिसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ा।
मैच की शुरुआत से ही दोनों देशों के बीच कांटे की टक्कर दिखी। भारत को शुरुआती 10 मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल सकी। 13 मिनट में दिलप्रीत सिंह के शॉट को ऑस्ट्रेलियाई रक्षापंक्ति ने रोक दिया जिसके बाद गेंद एसवी सुनील के पास गई, लेकिन वह इसे गोल में नहीं बदल सके। 18वें मिनट में टीम को तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस बार भी टीम को निराशा हाथ लगी। हरमनप्रीत के प्रयास को ऑस्ट्रेलिया के डिफेंडरों ने रोक दिया।
मैच के 24 वें मिनट में ब्लेक गोवेर्स ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से आगे कर दिया। इसके तीन मिनट के बाद भारतीय टीम एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने से चूक गई। विवेक सागर ने 42 वें मिनट में मैदानी गोल कर भारत को बराबरी दिलाई। चौथे क्वार्टर में भी किस्मत ने भारतीय खिलाड़ियों का साथ नहीं दिया । 45 वें मिनट में मनदीप के शॉट को लोवेल ने रोक दिया। लावेल ने 53 वें मिनट में दिलप्रीत के प्रहार को रोक गोल नहीं होने दिया। मेजबान नीदरलैंड ने ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 2-0 से हराकर कांस्य पदक जीता। बेल्जियम पाकिस्तान को हराकर पांचवे स्थान पर रहा।
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