इकलौती बेटी को ARMY में भेजना चाहती हैं शहीद हनुमनथप्पा की पत्नी
|मुंबई. सियाचिन एवलांच में शहीद लांस नायक हनुमनथप्पा की पत्नी महादेवी ने जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी पर नाराजगी जताई है। गुरुवार को नागपुर के एक प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि देश के खिलाफ नारे लगाकर शहीदों का अपमान मत करो। शहीद की पत्नी ने कहा, ''मेरा बेटा तो है नहीं, लेकिन इकलौती बेटी को बेटे की तरह पालूंगी और उसे आर्मी में भेजूंगी।'' पुलिस के लिए सिलेक्ट हुए थे हनुमनथप्पा… – महादेवी के मुताबिक, शहीद हनुमनथप्पा आर्मी में जाकर देश की सेवा करना चाहते थे, वे पुलिस के लिए सिलेक्ट हुए, लेकिन आखिर में उन्होंने आर्मी को चुना। – बता दें कि मद्रास रेजिमेंट के बहादुर सैनिक हनुमनथप्पा कोपड़ फरवरी में सियाचिन के एवलांच में दब गए थे। जिन्हें 6 दिन बाद बर्फ के नीचे से जिंदा निकाला गया था। हालांकि बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। आगे की स्लाइड्स में देखें, फोटोज…