हॉकीः चोटिल श्रीजेश इस तरह उठा रहे जूनियर वर्ल्ड कप का फायदा
|नई दिल्ली
भारत हॉकी टीम के कप्तान श्रीजेश जूनियर हॉकी विश्वकप का इस्तेमाल खेल से संन्यास के बाद की प्लानिंग के तौर पर कर रहे हैं। श्रीजेश की प्लानिंग है कि वह संन्यास के बाद कोचिंग को अपना अगला प्रफेशन बनाएंगे। श्रीजेश एशियाई चैंपियन्स ट्रोफी के बाद से टखने की चोट से जूझ रहे हैं।
भारत हॉकी टीम के कप्तान श्रीजेश जूनियर हॉकी विश्वकप का इस्तेमाल खेल से संन्यास के बाद की प्लानिंग के तौर पर कर रहे हैं। श्रीजेश की प्लानिंग है कि वह संन्यास के बाद कोचिंग को अपना अगला प्रफेशन बनाएंगे। श्रीजेश एशियाई चैंपियन्स ट्रोफी के बाद से टखने की चोट से जूझ रहे हैं।
श्रीजेश विश्वकप में गोलकीपिंग सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि इससे उनके अलावा जूनियर गोलकीपर विकास दहिया और कृष्ण बी. पाठक को लंबे समय में इसका फायदा होगा।
श्रीजेश ने कहा, ‘मुझे एशियाई चैंपियन्स ट्रोफी के दौरान लगी चोट के लिये रीहैबिलिटेशन करना था, तभी मुझे ध्यान आया कि मैं जूनियर टीम के साथ ट्रेनिंग क्यूं न कर लूं? मैंने कोचिंग स्टाफ और भारतीय हॉकी टीम के हेड कोच रोलैंट ऑल्टमंस से इसके बारे में पूछा और उन्होंने सहर्ष सहमति जता दी।’
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