सियाचिन एवलांच: 13 दिन बाद घर पहुंचे शहीद, लोगों ने दी आखिरी विदाई

नई दिल्ली. सियाचिन के एवलांच के 12 दिन बाद आर्मी के शहीद 9 जवानों के पार्थिव शरीर सोमवार को दिल्ली लाए जा सके। पालम एयरपोर्ट पर आर्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग ने जवानों को श्रद्धांजलि दी। खराब मौसम की वजह से शहीदों के शव लेह बेस कैम्प में रखे गए थे। बता दें कि 3 फरवरी को एवलांच में सियाचिन में तैनात 10 जवान बर्फ में दब गए थे। कर्नाटक के लांस नायक हनुमनथप्पा कोपड़ को 6 दिन बाद बर्फ के अंदर से जिंदा निकाला गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका था। आर्मी के 9 जवानों का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। माइंस निकालने में माहिर थे नागेश…   – कर्नाटक के सुबेदार नागेश टीटी ने अपनी 22 साल की नौकरी में 12 साल कठिन पहाड़ी इलाकों में ड्यूटी की। वह ऑपरेशन पराक्रम का भी हिस्सा रहे थे, जिसमें उन्होंने भारी मात्रा में माइंस निकाली थी। शहीद नागेश कर्नाटक के हासन जिले के रहने वाले थे। उनके 6 और 4 साल के दो बेटे हैं।   आगे की स्लाइड्स में देखें, सियाचिन में शहीद जवानों के फोटोज…

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