समुद्र मंथन वाले वासुकि नाग के अस्तित्व पर लगी विज्ञान की मुहर, गुजरात में मिले 4.7 करोड़ वर्ष पुराने अवशेष

समुद्र मंथन की पौराणिक गाथाओं में मंदराचल पर्वत पर लपेटे गए वासुकि नाग के अस्तित्व को प्रमाणित करने के लिए जरूरी वैज्ञानिक आधार मिल गया है। आइआइटी रुड़की के अहम शोध में गुजरात के कच्छ स्थित खदान में एक विशालकाय सर्प की रीढ़ की हड्डी के अवशेष मिले हैं। ये अवशेष 4.7 करोड़ वर्ष पुराने हैं। जिस सर्प की हड्डी के अवशेष मिले हैं उसे वासुकि इंडिकस नाम दिया है।

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