विद्या देवी भंडारी दूसरी बार बनीं नेपाल की राष्ट्रपति, बढ़ेंगी भारत की उम्मीदें
|नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी दोबारा नेपाल की राष्ट्रपति चुनी गई हैं। आज दूसरी बार भारी मतों से विद्या देवी भंडारी का इस पद के लिए चयन हुआ। वाम गठबंधन की उम्मीदवार निवर्तमान राष्ट्रपति भंडारी ने नेपाली कांग्रेस की उम्मीदवार कुमार लक्ष्मी राय को हराया। उन्होंने दो- तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल किया। चुनाव आयोग के प्रवक्ता नवराज ढाकल के अनुसार, विद्या देवी को 39275 वोट मिले, जबकि नेपाली कांग्रेस की उम्मीदवार राय को 11730 वोट मिले।
विद्या देवी भंडारी को सत्तारूढ़ सीपीएन- यूएमएल और सीपीएन( माओवादी सेंटर) वाम गठबंधन, संघीय समाजवादी फोरम- नेपाल और अन्य छोटे दलों से समर्थन मिला। विद्या देवी 2015 में नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं। वह 1994 और 1999 के संसदीय चुनावों में भी निर्वाचित हुई थीं।
भारत-नेपाल के संबंधों को भंडारी ने दी गति
विद्या देवी भंडारी के दोबारा नेपाल की राष्ट्रपति बनने से भारत को भी सुकून मिलेगा। भंडारी की वजह से भारत और नेपाल के संबंधों को एक नई गति मिली है। दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की कोशिश करते रहे हैं। साल 2017 में भंडारी ने भारत की यात्रा की और उस दौरान उन्होंने दोनों देशों के पुराने संबंधों को और मजबूत बनाने पर जोर दिया था। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नेपाल के साथ संबंध सुधारने की कोशिशों में लगे हैं। जहां 2014 में वह दो बार नेपाल के दौरे पर गए, वहीं 2015 में भारत ने नेपाल को भयानक भूकंप से हुई त्रासदी में मदद भी की। अब देखना यह है कि विद्या देवी भंडारी के दूसरे कार्यकाल में भारत और नेपाल के द्विपक्षीय संबंध कितने मजबूत हो पाते हैं।
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