‘विज्ञापन घोटाले’ की न्यायिक जांच की मांग

प्रस, नई दिल्ली

दिल्ली सरकार पर प्याज के बाद विज्ञापन घोटाला करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने इस मामले में न्यायिक जांच कराने की मांग की है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की है कि वो सरकारी विज्ञापनों में हुई धांधली की न्यायिक जांच कराएं। साथ ही इस मामले पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग भी की है।

गुप्ता का कहना है कि दिल्ली सरकार के एक प्रमुख मंत्री के रिश्तेदार की विज्ञापन एजेंसी के प्रति दिल्ली सरकार के द्वारा दरियादिली दिखाने का आरोप बेहद गंभीर है। आरोप यह भी है कि इस एजेंसी की वजह से दिल्ली सरकार के विज्ञापनों का स्तर काफी गिर गया है। इन विज्ञापनों में ना तो कोई साज सज्जा होती है और ना ही कॉपी राइटिंग में कोई आकर्षण होता है। ये विज्ञापन कम और पोस्टर ज्यादा नजर आते हैं। डीआईपी के द्वारा इस मामले में दी गई सफाई को भी गलत बताते हुए गुप्ता ने दावा किया कि दिल्ली सरकार को विधिपूर्वक अपना खुद का पैनल बनाने की भी आजादी है। गुप्ता ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार के बजट में विज्ञापनों के लिए पहली बार 576 करोड़ रुपये का फंड रखने के बाद से ही यह आशंका लग रही थी कि इस मामले में कोई बड़ा भारी घोटाला होगा।

उधर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा है कि शीला सरकार की तरह आम आदमी पार्टी सरकार भी भ्रष्टाचार में लिप्त हो गई है और विज्ञापन घोटाला उसी का एक और प्रमाण है। उन्होंने इसे सत्ता का दुरुपयोग और सरकारी फंड की बंदरबांट करार देते हुए कहा कि इस सरकार की ईमानदारी का मुखौटा अब उतर चुका है।

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