विजय हजारे ट्रोफी: टूटे जबड़े के साथ उन्मुक्त चंद ने लगाया शतक, अश्विन की टीम भी जीती
|सलामी बल्लेबाज उन्मुक्त चंद ने टूटे जबड़े के बावजूद शतकीय पारी खेली। बता दें कि 2002 में अनिल कुंबले ने भी टूटे जबड़े के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंदबाजी की थी। दिल्ली के लिए कुलवंत खेजरोलिया और कप्तान प्रदीप सांगवान ने भी धारदार गेंदबाजी की जिससे दिल्ली ने विजय हजारे ट्रोफी क्रिकेट टूर्नमेंट में उत्तर प्रदेश को 55 रन से हरा दिया। पूल बी के अन्य मैचों में महाराष्ट्र ने बंगाल को सात विकेट से हराया जबकि हिमाचल प्रदेश ने त्रिपुरा को छह विकेट से शिकस्त दी।
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए उन्मुक्त (116) के शतक की बदौलत छह विकेट पर 307 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। उन्मुक्त ने 125 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए। उन्होंने साथी सलामी बल्लेबाज हितेन दलाल (55) के साथ पहले विकेट के लिए 107 रन जोड़कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। भारत के पूर्व अंडर 19 विश्व कप विजेता कप्तान उन्मुक्त मैच की शुरुआत से पहले ही नेट पर चोटिल हो गए थे।
उत्तर प्रदेश की ओर से कार्तिक त्यागी ने 50 जबकि अंकित राजपूत ने 61 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए। इसके जवाब में उत्तर प्रदेश की टीम उमंग शर्मा (102) के शतक और कप्तान अक्षदीप नाथ (54) के बीच चौथे विकेट की 101 रन की साझेदारी के बावजूद 45 .3 ओवर में 252 रन पर ढेर हो गई। दिल्ली की ओर से कुलवंत ने 34 रन देकर चार जबकि सांगवान ने 28 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र ने राहुल त्रिपाठी की 102 गेंद में 125 रन की तूफानी पारी की बदौलत पिछले साल के उप विजेता बंगाल को सात विकेट से हराया। बंगाल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन के 103 और कप्तान मनोज तिवारी के नाबाद 80 रन की बदौलत नौ विकेट पर 293 रन बनाए। ईश्वरन ने 114 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके जड़े जबकि तिवारी ने 76 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के मारे। महाराष्ट्र ने त्रिपाठी और नौशाद शेख (नाबाद 39) के बीच चौथे विकेट की 107 रन की अटूट साझेदारी की बदौलत 45 .5 ओवर में तीन विकेट पर 294 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की।
त्रिपाठी ने अपनी पारी में 12 चौके और चार छक्के मारे। इससे पहले रुतुराज गायकवाड़ (77) और विजय जोल (24) ने पहले विकेट के लिए 65 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। धर्मशाला में मेजबान हिमाचल ने त्रिपुरा को छह विकेट से हराया। त्रिपुरा की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए यशपाल सिंह (नाबाद 113) के शतक के बावजूद नौ विकेट पर 229 रन ही बना सकी। हिमाचल ने इसके जवाब में अमित कुमार (नाबाद 101) के शतक और निखिल गंगटा (40) और सुमित वर्मा (55) की उम्दा पारियों की बदौलत 45 .2 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बनाकर जीत दर्ज की। विजेता टीमों को जीत दर्ज करने के लिए चार-चार अंक मिले।
ग्रुप सी
कप्तान विजय शंकर और एम कौशिक गांधी के शतकों के दम पर तमिलनाडु ने विजय हजारे ट्राफी के ग्रुप सी के मैच में गुजरात को 76 रन से शिकस्त दी। टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी तमिलनाडु के लिए शंकर ने 100 और गांधी ने 127 रन की पारी खेली। दोनों के बीच 219 रन की साझेदारी के दम पर टीम ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 311 रन बनाये। जिसके जवाब में भार्गव मेराई की 101 रन की पारी के बावजूद गुजरात की पूरी टीम 45.1 ओवर में 235 रन पर ढेर हो गई। भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा रहे मुरली विजय और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए यह मैच मिला जुला रहा। विजय ने महज 11 रन बनाये तो वहीं अश्विन ने 38 रन देकर दो विकेट लिए।
ग्रुप के एक अन्य मैच में सूर्य कुमार यादव की 85 गेंद में नाबाद 134 रन की पारी के दम पर मुंबई ने मध्य प्रदेश को 74 रन से हराया। यादव ने अपनी पारी में सात छक्के और 11 चौके लगाए। जे बिस्टा ने भी 90 रन का योगदान दिया। मुंबई के 50 ओवर में पांच विकेट पर 332 रन के जवाब में मध्य प्रदेश की पूरी टीम 46.1 ओवर में 258 रन पर पवेलियन लौट गई। ग्रुप के तीसरे मैच में आंध्र ने टीम राजस्थान को छह विकेट से मात दी। राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में छह विकेट पर 229 रन बनाये जिसके जवाब में आंध्र ने बी सुमंथ के 52 गेंद में 71 रन की पारी के दम पर 45 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
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