वाहन उद्योग में कम होंगी नियुक्तियां, नये कौशल की होगी जरूरत: रिपोर्ट

नयी दिल्ली, 31 दिसंबर भाषा घरेलू वाहन उद्योग में नयी प्रौद्योगिकी तथा बढ़ते स्वचालन से नियुक्तियों में सालाना आधार पर गिरावट आने की आशंका है। एक रिपोर्ट के अनुसार यह 3-3.5 प्रतिशत की ऐतिहासिक वृद्धि दर से कम होकर 2-2.5 प्रतिशत पर आ सकता है।

फिक्की, नासकॉम और ईवाई की संयुक्त रिपोर्ट फ्यूचर ऑफ जॉब्स इन इंडिया: अ 2022 पर्सपेक्टिव के अनुसार, नयी प्रौद्योगिकियों के प्रादुर्भाव से कामगारों में नये कौशल की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। वर्ष 2022 तक वाहन उद्योग में रोजगार के अवसर 1.43 करोड़ पर पहुंच जाने की संभावना है और इनमें से 60-65 प्रतिशत के लिये नये कौशल की आवश्यकता होगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि विा वर्ष 2016-17 में इस क्षेत्र में रोजगार के 1.28 करोड़ प्रत्यक्ष अवसर मिले। उसने कहा, वाहन उद्योग में नियुक्तियां सालाना आधार पर 3-3.5 प्रतिशत के बजाय 2-2.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेंगी और 2022 में 1.43 करोड़ पर पहुंच जाएंगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वाहन उद्योग वर्षों से रोबोटों का शीर्ष खरीदार रहा है और आने वाले समय में यही चलन जारी रहने की उम्मीद है। वेल्डिंग दुकानों, प्रेस-कास्ट-पेंटिंग दुकानों में 70-100 प्रतिशत काम रोबोटों के कारण स्वचालित हो चुके हैं और उत्पादन खर्च में कटौती एवं स्वचालन में वृद्धि के लिए इनका इस्तेमाल एसेंबलिंग में भी किया जाने लगा है।

उसने कहा, क्षेत्र में रोबोटों के अपनाये जाने में तेजी के कारण पेंटिंग और वेल्डिंग जैसे कार्यों में रोजगार को लेकर खतरे उत्पन्न हुए हैं। इसके साथ ही रोबोटिक्स प्रोग्रामिंग और रख-रखाव में रोजगार मांग में होंगे।

ईवाई के भागीदार व्यक्ति एवं संगठन सलाह सेवा अनुराग मलिक ने कहा, आने वाले वर्षों में मेक इन इंडिया के तहत किये जा रहे निवेश प्रयास और आर्थिक माहौल में सुधार के कारण भारतीय वाहन उद्योग में कुशल कामगारों की मांग बढ़ेगी।

रिपोर्ट के अनुसार, देश में स्वचालन घरेलू वाहन उद्योग में पैठ बनाने लगा है। संयंत्र के स्तर पर अधिकांश मूल कल-पुर्जे विनिर्माताओं के यहां स्वचालन 30 प्रतिशत पर है लेकिन बॉडी शॉप में यह 95 प्रतिशत पर पहुंच गया है।

भाषा

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

Latest Business News in Hindi – बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times