मैं दोषी तो सजा मिले, डोपिंग की सीबीआई जांच कराए सरकार: नरसिंह

17 दिनों तक चले खेलों के महाकुंभ रियो ओलिंपिक का रविवार को समापन हो गया। इस ओलिंपिक में भारत को सिर्फ दो मेडल मिल पाए। हालांकि, भारत की मेडल की उम्मीदों को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उसके मेडल के एक दावेदार को डोपिंग के चलते मुकाबले से ठीक पहले 4 साल के लिए बैन तक कर दिया गया। हम बात कर रहे हैं नरसिंह यादव की, जिन्होंने तमाम विवादों से रूबरू होने के बाद ओलिंपिक का अपना टिकट पक्का कराया था, लेकिन उन्हें शायद इस बात का अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि ये विवाद रियो तक उनका पीछा नहीं छोड़ेंगे। ओलिंपिक में मेडल का सपना टूटने और 4 साल का बैन लगने के बाद नरसिंह न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका दावा है कि वह साजिश के शिकार हुए हैं और पूरे मामले की सीबीआई जांच हो। इन्हीं मुद्दों को लेकर उनसे बात की विश्व गौरव और शिवम् भट्ट ने-

कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) की रिपोर्ट के मुताबिक आपने जानबूझकर प्रतिबंधित दवा का इस्तेमाल किया?
यह पूरी तरह से गलत आरोप है, मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं किया। मेरे साथ साजिश की गई थी। मुझे अपना वजन पहले से ही कम करना था क्योंकि मेरा वजन मेरे वेट ग्रुप (74 किग्रा.) से ज्यादा हो रहा था। मेरा रूम पार्टनर संदीप यादव भी डोप टेस्ट में पॉजिटिव आया था, उसका तो कोई मैच नहीं था, वह क्यों पॉजिटिव आया?

लेकिन सीएएस ने अपने आदेश में कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं मिलता है कि आपने वह प्रतिबंधित दवा जानबूझकर नहीं ली।
मुझे नहीं पता कि वह दवा मुझे किस तरह दी गई। खाने में मिलाकर दी गई या मेरी पानी की बोतल में। मैंने इतनी मेहनत की और ऐन ओलिंपिक से पहले मैं क्यों उस दवा को लेने का रिस्क लेता?

जब यहां NADA ने आपको निर्दोष मान लिया था, तो खेल से ठीक पहले आखिर WADA ने सीएएस जाने का फैसला क्यों किया?
वाडा को सबूत चाहिए था। हमने हरियाणा पुलिस में शिकायत कर रखी है। जिन लड़कों पर हमें शक था उनकी तस्वीर, नाम और पता सब कुछ पुलिस को मुहैया कराया गया था, लेकिन उन्होंने जांच आगे नहीं बढ़ाई। अगर मुझे खेलने दिया होता तो मैं आज देश के लिए मेडल जीतकर आता।

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का मानना है कि आपको अपील करने का समय नहीं मिला। इसमें आपको किसी तरह की साजिश नजर आती है क्या?
WADA के कदम के बारे में मुझे 16 तारीख को पता चला। मैंने उनसे निवेदन किया कि मेरे वकील को आने में समय लगेगा। मैंने उनसे कहा कि खेल हो जाने दीजिए। लेकिन उन्होंने नहीं सुना।

आपकी आगे की क्या रणनीति है? अब आगे क्या चाहते हैं आप?
मैं अपने प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि इस पूरे मामले की वह सीबीआई जांच करवाएं और जो भी इसके पीछे है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। यहां देश की बदनामी हुई है, देश का नुकसान हुआ है। अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मुझे ही सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इस पूरे मामले की जांच हो। मैं न्याय के लिए कहीं भी जाऊंगा।

आपको किसी पर शक है?
नाम मैं किसी का अभी कैसे ले सकता हूं। अभी मुझे नहीं पता कि मेरे साथ यह कब और किस तरह हुआ। यह जिस किसी ने भी किया है, पूरी प्लानिंग के साथ किया है। यह दवा ऐसे साधारण तौर पर नहीं मिलती, इसे बाहर से मंगाना पड़ता है। अगर सही तरीके से जांच की जाए तो सब कुछ सामने आ सकता है।

लोगों को आपसे बहुत उम्मीदें थीं कि आप मेडल जीतकर आएंगे। इस फैसले से सबको झटका लगा। क्या कहना चाहेंगे देशवासियों से?
मैं यही कहना चाहूंगा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। मेरी तैयारी भी पूरी थी, अगर मैं खेलता तो मेडल जरूर जीतता। जिन खिलाड़ियों ने कुश्ती में ब्रॉन्ज जीता है, उन्हें मैं पहले भी हरा चुका हूं।

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