मुस्लिम सैनिक के माता-पिता पर डॉनल्ड ट्रंप के बयान पर विवाद, हिलरी ने साधा निशाना

वॉशिंगटन
इराक युद्ध के दौरान मारे गए अमेरिकी मुस्लिम सैनिक क पिता के सवालों पर बोलते हुए डॉनल्ड ट्रंप कुछ ऐसा बोल गए कि एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। इराक युद्ध में मारे गए हुमायूं के पिता खिज्र खान के सवालों का जवाब देते-देते ट्रंप ने मां पर भी टिप्पणी कर दी। ट्रंप ने कह दिया कि खिज्र खान के भाषण के दौरान उनकी पत्नी गजाला हिजाब पहने पीछे ही खड़ी थीं और उन्हें बोलने की अनुमति भी नहीं दी गई।

ट्रंप के इस बयान पर देश भर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। खुद मृत अमेरिकी सैनिक की मां गजाला ने भी कहा कि ट्रंप की बातों से उन्हें दुख पहुंचा है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनामें डेमोक्रेटिक कैंडिडेट हिलरी क्लिंटन ने ट्रंप पर पलटवार करते हुए कहा कि इस समय पूरे अमेरिका को खान दंपती के साथ खड़े रहना चाहिए।

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इससे पहले अपने विवादित बोल के लिए विख्यात हो चुके रिपबिल्किन कैंडिडेट डॉनल्ड ट्रंप ने युद्ध में मारे गए मुस्लिम अमेरिकी सैनिक के पिता को फटकारते हुए कहा कि उन्होंने हजारों रोजगारों का सृजन किया है और सवाल उठाया कि क्या सैनिक की मां को कभी बोलने की भी ‘इजाजत’ दी जाती है। सैनिक के पिता ने ट्रंप के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्होंने ‘देश के लिए कोई बलिदान नहीं दिया है।’

अमेरिकी सैना के कैप्टन हुमायूं खान के अभिभावकों पर ट्रंप ने समाचार चैनल के जरिए जो टिप्पणी की है उसकी चौतरफा आलोचना हुई है। एबीसी न्यूज के साथ साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, ‘यह किसने लिखा है? क्या हिलरी के पटकथा लेखकों ने ऐसा लिखा है? मुझे लगता है कि मैंने कई त्याग किए हैं। मैं बहुत, बहुत ज्यादा मेहनत करता हूं।’

हुमायूं के पिता खिज्र खान ने फिलाडेल्फिया में डेमोक्रेटिक नैशनल कन्वेंशन में अपने बेटे के लिए मरणोपरांत ब्रॉन्ज स्टार और पर्पल हार्ट पुरस्कार स्वीकार करते हुए देशभर के दर्शकों को संबोधित करते हुए जो भाषण दिया था उसमें उन्होंने अमेरिका में मुस्लिमों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने की मांग करने वाले ट्रंप पर सीधा हमला बोल दिया था। हुमायूं साल 2004 में इराक में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए थे।

उनके पिता ने ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा था, ‘जाइए उन बहादुर देशभक्तों की कब्रों को देखिए जिन्होंने अमेरिका की रक्षा करते हुए अपनी जान दे दी। वहां आप विविध धर्मों, नस्लों और लिंगों के शहीदों को पाऐंगे। आपने कुछ भी त्याग और बलिदान नहीं किया है।’ इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, ‘मैंने बहुत त्याग और बहुत मेहनत की है। मैंने हजारों रोजगार पैदा किए हैं, हजारों-लाखों नौकरियां और बड़े-बड़े आधारभूत ढांचे खड़े किए हैं। ये भी निश्चित तौर पर त्याग ही है।’

ट्रंप ने मृत अमेरिकी सैनिक की मां गजाला पर बोलते हुए कहा, ‘उनकी (खिज्र खान की) पत्नी, अगर आप उनकी पत्नी को देखेंगे तो पाऐंगे कि वह वहीं खड़ी थीं। वह कुछ नहीं कह रही थीं। या शायद उन्हें कुछ भी कहने की इजाजत ही नहीं दी गई हो। कई लोगों ने यही बात लिखी है। वह एकदम चुप थीं और ऐसा लग रहा था कि उनके पास कहने को कुछ भी नहीं है।

ट्रंप की टिप्पणियों पर देशभर में कड़ी प्रतिक्रिया हुई है। खासकर एक शोकाकुल मां पर हमला बोलने के लिए और इसलिए भी क्योंकि ट्रंप को नस्लवादी और मुस्लिम विरोधी माना जाता है। हिलरी ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘इस समय पूरे अमेरिका को खान दंपती के साथ खड़े रहना चाहिए और उन सभी परिवारों का साथ देना चाहिए जिनके बच्चे देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं। यह कैप्टन खान और अन्य शहीदों का सम्मान करने का वक्त है। कैप्टन खान और उनका परिवार अमेरिका के सर्वश्रेष्ठ लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं और हम उन्हें सलाम करते हैं।’

गजाला खान ने कहा है कि कन्वेंशन के दौरान वह बहुत भावुक हो गई थीं इसलिए बोलने में सक्षम नहीं थीं। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने जो कहा है उसे सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। मैं तकलीफ में थी। जब आप तकलीफ में होते हैं तो या तो आप लड़ते हैं या फिर बिलकुल कुछ नहीं बोलते। मैं नहीं लड़ सकती। इसलिए मैंने मौन रहना चुना।’ हालांकि बाद में देर रात जारी एक वक्तव्य में ट्रंप ने भी कैप्टन हुमायूं को ‘हीरो’ बताया।

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