मदर्स डे पर कन्हैया कुमार ने स्मृति ‘मां’ को लिखा खत
|कात्यायनी उपरेती, नई दिल्ली
जेएनयू में भूख-हड़ताल पर बैठे छात्रों की ओर से छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने मदर्स डे के मौके पर स्मृति ईरानी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कन्हैया कुमार ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को मां कहकर संबोधित किया है और अपनी शिकायतों को एक विशेष लहजे में उनके सामने रखा है।
जेएनयू में भूख-हड़ताल पर बैठे छात्रों की ओर से छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने मदर्स डे के मौके पर स्मृति ईरानी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कन्हैया कुमार ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को मां कहकर संबोधित किया है और अपनी शिकायतों को एक विशेष लहजे में उनके सामने रखा है।
कन्हैया ने कहा, ‘भूखे रहकर और पुलिस से पिटकर भी किस तरह पढ़ाई की जाती है, यह आपके सान्निध्य में हम सफलतापूर्वक सीख रहे हैं।’ कन्हैया ने खत में जिक्र किया कि किसी साथी ने एक तस्वीर भेजी और सवाल किया कि गाय माता और भारत माता, गंगा माता और स्मृति ‘माता ‘ के होते हुए भी रोहित वेमुला की जान कैसी चली गई और भारत जैसे महान देश में कोई मां अपने बेटे को आत्महत्या करने पर कैसे मजबूर कर सकती है।
कन्हैया ने इस तस्वीर का ही जिक्र किया है।
अपने संघर्ष का हवाला देते हुए कन्हैया ने स्मृति से अपील की कि उनके बच्चे पिछले 11 दिनों से भूखे हैं और उनसे यह सवाल पूछ रहे हैं, समय मिलने पर जवाब जरूर दें। इसके अलावा कन्हैया ने ईरानी से उनकी हड़ताल में शामिल होने की बात भी कही।
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