बेंगलुरु के इस गांव में कराए जाएंगे ‘रेल हादसे’..

नई दिल्ली
इस गांव में ट्रेन के कोच आग की लपटों में घिरेंगे, पूरी की पूरी ट्रेन नदी में गिर जाएगी। ऐसी ही आपदाएं इस गांव में आती रहेंगी। यहां इन आपदाओं से निपटने की तैयारियां की जाएं गी। यह होगा भारत का पहला रेलवे आपदा प्रबंधन गांव। यह गांव बेंगलुरु के बाहरी इलाके में अगले साल दिसंबर तक बसाए जाने की उम्मीद है।

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके लिए ट्रेन हादसों जैसे हालात बनाए जाएंगे और फिर उनसे निपटने के लिए बचाव अभियान चलाए जाएंगे। इस प्रक्रिया से ऐसी स्थितियों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए तैयारियां की जा सकेंगी। इसके लिए तैयार किए गए एक प्लान के मुताबिक रेलवे ने इसके लिए हेज्जाला गांव तय किया है जिसमें 3,483 लोग रहते हैं। यहां 44.42 करोड़ की लागत से आपदा प्रबंधन संस्थान और सुरक्षा गांव बनाया जाएगा।

प्लान में बताया गया है कि ट्रेन हादसों से निपटने के लिए एक वास्तविक सा माहौल बनाना जरूरी था जिसमें क्लासरूम ट्रेनिंग के साथ प्रैक्टिकल भी किया जा सके। इसका मकसद रेलवे हादसा होने पर बचाव कार्य और चिकित्सा संबंधी मदद पहुंचाने की जानकारी क्लारूम में देना है। स्थिति को काबू में करने का अभ्यास भी कराया जाएगा। इसके लिए वास्तविक घटना जैसा माहौल बनाया जाएगा। पानी के नीचे बचाव कार्य के लिए भी अलग से तैयारियां की जाएंगी।

बेंगलुरु से 25 किमी दूर इस गांव में एक रिऐलिटी सेन्टर भी होगा जहां रेल हादसों की विश्लेषण किया जाएगा। इस गांव में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और इसके अगले साल दिसंबर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

बिज़नस न्यूज़, व्यापार समाचार भारत, वित्तीय समाचार, News from Business