फिनिश लाइन पार करते ही हमेशा बेहोश हो जाती है यह रेसर

न्यू यॉर्क

सैम पीटरमैन न्यू यॉर्क के स्वीट हॉम हाइ स्कूल में सेकंड इयर की स्टूडेंट है। शनिवार को एल्बनी यूनिवर्सिटी में हो रही न्यू यॉर्क हाइ स्कूल स्टेट चैंपियनशिप की 1500 मीटर की रेस में वह दौड़ रही हैं।

रेस खत्म होने से 100 मीटर पहले ही उन पर बेहोशी तारी होने लगती है, बैलेंस गड़बड़ाने लगता है, सिर के बल वह गिरने लगती हैं लेकिन रेस पूरी करती जाती हैं। फिनिश लाइन पर खड़े उनके पिता डेल पीटरमैन खड़े हैं जो जानते हैं कि सेम के साथ यह क्या हो रहा है और आखिर में रेस पूरा करते ही सैम अपने पिता की बांहों में गिर जाती हैं।

सैम के पिता उसको पार्क में लिटाते हैं उनकी टीम के कुछ लोग सैम के पैरों को उठाते हैं और उन्हें पानी पिलाते हैं। सैम को सांस लेने में दिक्कत होती है तो उनके पिता सब्र रखने के लिए कहते हैं। इसी बीच वह पूछती हैं कि क्या उसने रेस पूरी की? तो उनके पिता बताते हैं कि वह रेस जीत चुकी हैं और अब खुद अपना मेडल लेने जाएंगी।

सैम ने स्टेट की छह रेसों को पूरा किया है, उनका बेस्ट टाइम 4 मिनट 30 सेकंड रहा है और उन्होंने अपना पिछला रेकॉर्ड भी इसमें तोड़ा है जो 9 सेकंड ज्यादा था।

सैम का हर रेस में यूं बेहोश होना आम नहीं है, वह हृदयजनित बेहोशी की एक आम बीमारी से पीड़ित हैं जिसमें दिमाग तक जाने वाले खून की रफ्तार कम होने लगती है जिससे वह होश खोने लगती हैं लेकिन हर बार रेस खत्म होते ही उन्हें थामने के लिए उनके पिता मौजूद रहते हैं।

सैम के पिता कहते हैं, ‘यह बहुत ही मुश्किल काम है जब आप फिनिश लाइन पर अपनी बेटी का इंतजार कर रहे हों और आपको नहीं पता कि कब क्या हो जाए।’

स्वीट हॉम हाइ स्कूल के कोच ब्रायन लोम्बार्डो बताते हैं कि सैम सिर्फ तेज दौड़ने के लिए ही जंग नहीं लड़ रही वह अपने पैरों पर खड़े होने के लिए भी लड़ रही है। और कौन पिता अपने बच्चे को इस हालत में देखना चाहेगा।’

सैम को अपनी इस दुर्लभ बीमारी का पता आठवीं क्लास में चला जब उन्होंने 3000 मीटर की रेस में भाग लिया था। पहली बार वह बेहोश हो गईं जब उठीं तो बेहद डरी हुई थीं। हाइ स्कूल में भी उनके साथ ऐसा होता रहा तो उनके परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले गए जहां सैम को पूरे हफ्ते तक दौड़ने से रोक दिया गया।

उनको तीन डॉक्टरों की निगरानी में 35 दिन रखा गया उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी गई। आखिर में सैम को दौड़ने के लिए डॉक्टरों ने रजामंदी दे दी।

सैम फिर से भागने लगीं लेकिन उनकी हर फिनिश लाइन से पहले उनके पिता उन्हें थामने के लिए खड़े होते। रेस खत्म होते वक्त तो सैम अपने पिता की बांहों में होती हैं लेकिन जब वह मेडल लेकर पॉडियम से उतरती हैं तो उनके पिता सैम की बांहों में होते हैं।

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