पीएम मोदी की गोल्ड स्कीम की साख बचाने आगे आएगा दुनिया का सबसे धनी मंदिर

दुनिया का सबसे दौलतमंद हिंदू मंदिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गोल्ड स्कीम को राहत पहुंचाने के लिए जल्द ही आगे आ सकता है। मोदी ने हाल ही में गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम की घोषणा करते हुए घरों और देवालयों में बेकार पड़े सोने को बैंकों में जमा करवाने की अपील की थी। सरकार ने जमा कराए गए सोने पर ब्याज देने की भी घोषणा की, लेकिन यह योजना उम्मीद पर खरा नहीं उतर पाई। इस योजना के तहत देश में पड़े करीब 20 हजार टन गोल्ड में महज एक किलो ही बैंकों में जमा करवाए गए।

अब उम्मीद की जा रही है कि तिरुपति मंदिर के नाम से मशहूर श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर अपना 5.5 टन से भी ज्यादा सोना जमा करएगा । इसके साथ ही उसे इस योजना में सबसे बड़ा योगदान देनेवाले का तमगा हासिल हो सकता है। तिरुपति मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह पिछले 5 हजार सालों से भगवान वेंकटेश्वर का निवास स्थान है। आंध्र प्रदेश के वित्त मंत्री ने कहा, ‘यह अच्छी स्कीम है। हमने पहले से ही इस योजना के साथ जाने का निर्देश दे रखा है।’

चीन के बाद भारत दुनिया का सोने का दूसरा सबसे बड़ा ग्राहक है। मार्च 2013 में कुल व्यापार घाटे में 28 प्रतिशत हिस्सेदारी गोल्ड इंपोर्ट की ही थी। भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त सदियों से सोने के आभूषण और सिक्के चढ़ा रहे हैं। ज्यादातर मंदिर दान में मिले सोने के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं देते।

तिरुपति मंदिर का संचालन करने वाले ट्रस्ट के ऐग्जिक्युटिव ऑफिसर डी संबाशिव राव ने बताया, ‘मंदिर ने पहले की मौद्रीकरण योजनाओं के तहत अपने ज्यादातर गोल्ड बैंकों में जमा करवा रखे हैं जिनपर एक प्रतिशत का ब्याज मिलता है।’ उन्होंने कहा, ‘वे (मंदिर निवेश समिति) मूल्यांकन करेंगे और जो भी स्कीम फायदेमंद होगी उसमें निवेश किया जाएगा।’

राव ने कहा कि अगर पीएम मोदी की योजना संतोषजनक लगी तो मंदिर का सारा सोना इसी स्कीम में लगा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में आखिरी फैसला अगले 10 से 15 दिनों में ले लिया जाएगा। गौरतलब है कि नई गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम के तहत जमा किए गए सोने पर सालाना 2.5 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

बिज़नस न्यूज़, व्यापार समाचार भारत, वित्तीय समाचार, News from Business