पीआरओ के पिता ने वरुण गांधी को सुनाई खरी-खरी
|बीजेपी सांसद वरुण गांधी शुक्रवार को अपने पीआरओ मनोज द्विवेदी की मौत के बाद मातमपुर्सी करने उनके घर पहुंचे थे। उन्हें देखकर पीआरओ के पिता बुरी तरह भड़क गए। उन्होंने कहा कि वरुण यहां जख्म कुरेदने आए हैं, मेरे आंसू पोंछने नहीं। बुजुर्ग शख्स के तीखे तेवर देखकर वरुण एक पर्ची में अपना नंबर देकर वहां से खिसक लिए।
वरुण गांधी के पीआरओ मनोज की जनवरी में एक रोड ऐक्सिडेंट में मौत हो गई थी। मातमपुर्सी करने के लिए वरुण शुक्रवार को सिकंदरा के गुरदही बुजुर्ग गांव पहुंचे थे। मनोज के पिता सुरेंद्र के मुताबिक, उन्हें उम्मीद थी कि वरुण आकर आंसू पोछेंगे और कुछ मदद देंगे। लेकिन वरुण सिर्फ 15 मिनट के लिए आए और एक पर्ची में फोन नंबर देकर चले गए। कहा कि कोई दिक्कत हो तो फोन करें। यहां देख सुरेंद्र भड़क गए। उन्होंने कहा कि 2 दिन बाद मेरी बेटी की शादी है, लेकिन वरुण को देखकर ऐसा लगा कि वह यहां सियासी रोटियां सेंकने आए हैं।
दूसरी तरफ, कानपुर के बीजेपी ऑफिस में समर्थकों ने हो-हल्ला कर उन्हें बोलने ही नहीं दिया। यहां जोरदार हंगामा भी हुआ। एसडी कॉलेज में एक सेमिनार में उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिक सिस्टम में हम परिवारवाद से बाहर नहीं निकल रहे हैं। राजनीति में मौजूद 80 पर्सेंट युवा किसी न किसी बड़े नेता के रिश्तेदार हैं। अगर मैं राजनीतिक परिवार से नहीं होता तो आज किसी न किसी के पीछे चलता। मोदी ने देश में आशावादी राजनीति को बढ़ावा दिया है। जरूरत देश के लोगों में उम्मीद जगाने की है। अब तक ऐसा नहीं हुआ, इस कारण ही आजमगढ़ और पंजाब के युवा गलत रास्तों पर चलकर आतंकी बने।