पार्टी में असंतुष्टों की लिस्ट बना रही कांग्रेस

नई दिल्ली
प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी के उन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक ऐक्शन लेने का फैसला किया है, जिन्होंने एमसीडी चुनाव में बगावत का रुख अख्तियार किया और प्रचार के दौरान या तो पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ रहे या घर में बैठ गए। विभिन्न स्तर पर ऐसे असंतुष्ट नेताओं की लिस्ट तैयार हो रही है। कांग्रेस का मानना है कि चुनाव के दौरान अगर नेताओं की विरोधी गतिविधियां नहीं होतीं तो उसका प्रदर्शन और अच्छा होता।

निगम चुनाव को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन को शुरू से ही लगातार विरोध झेलना पड़ा था। प्रत्याशी चयन प्रक्रिया में उन पर आरोप लगे और उसके बाद जब प्रत्याशियों की लिस्ट आना शुरू हुई तो पार्टी में बगावत जैसी स्थिति बन गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ़. ए.के.वालिया ने माकन पर सीधे आरोप जड़ दिए तो अन्य नेता अरविंदर सिंह लवली, अमरीश गौतम, अमित मलिक, बरखा सिंह ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। इतना ही नहीं, टिकटों के बंटवारे को लेकर जिलास्तर के कई नेताओं से लेकर, पूर्व विधायक, पूर्व पार्षदों तक ने विरोध जताया और प्रचार के दौरान या तो वे घर बैठ गए या विरोधी को जिताने में लग गए। अब इनके खिलाफ गाज गिरने की संभावना है, क्योंकि ऐसे नेताओं की लिस्ट बननी शुरू हो गई है।

गौरतलब है कि निगमों में हार को लेकर अजय माकन ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन आलाकमान ने उसे मंजूर न कर उन्हें संगठन चलाने की पूरी छूट दे दी। जिसके बाद उन्होंने घोषणा की कि चुनाव के दौरान अनुशासहीनता बरतने वाले नेताओं को बख्शा नहीं जाएगा। बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान असंतुष्टों के चलते पार्टी वह परफार्मेंस नहीं दिखा सकी, जैसी मानी जा रही थी। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक नुकसान हमें ईस्ट एमसीडी में उठाना पड़ा, क्योंकि वहां पार्टी प्रत्याशियों का सबसे अधिक विरोध हुआ, जिसके चलते कांग्रेस की ओर लौट रहे वोटर एक बार फिर से आम आदमी पार्टी में चले गए। उनका कहना है कि विरोधियों के खिलाफ ऐक्शन होगा, लेकिन इसका फैसला पार्टी की अनुशासन कमिटी लेगी।

सूत्र बताते हैं कि निगम चुनाव लड़े नेताओं, जिलाध्यक्षों, विधानसभा ऑब्जर्वरों के अलावा पूर्व सांसदों को कहा गया है कि उन नेताओं के नाम भेजें, जिन पर संदेह है कि उन्होंने पार्टी और प्रत्याशी के खिलाफ काम किया।

पार्टी के पास कुछ असंतुष्ट नेताओं की लिस्ट पहले से ही मौजूद है जो माकन के खिलाफ लगातार बयानबाजी दे रहे थे। अब इनमें और नाम भी जोड़े जा रहे है। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश कार्यालय में ऐसे नेताओं के नाम आ रहे हैं। जिनके बाद इन पर आरोपों की लिस्ट बनाकर उसे अनुशासन कमिटी को भेज दिया जाएगा। उसके बाद निर्णय होगा कि पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखाती है या कोई और ऐक्शन लेती है। वैसे नियमों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष अपने तौर पर भी असंतुष्टों के खिलाफ कार्यवाही का निर्णय ले सकते हैं।

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