दिल्ली के वोट की कीमत कम क्यों: अरविंद केजरीवाल
|मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को दोहराया और सवाल किया कि आखिर दिल्ली के नागरिक के वोट की कीमत हरियाणा के नागरिक के वोट की कीमत से कम क्यों है? उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग वोट डालें तो उनकी चुनी हुई सरकार की अलग पावर होती है जबकि दिल्लीवालों द्वारा चुनी गई सरकार की अलग कीमत होती है। हम भी इसी देश का हिस्सा हैं और राजधानी में रहते हैं, इस हिसाब से तो हमारा ज्यादा हक बनता है। लेकिन हालात ऐसे हैं कि दिल्लीवालों के वोट की कोई कीमत नहीं है। हमने एक बार जो ठान ली, उसे पूरा करके रहेंगे। जनता के काम के लिए अगर उंगली टेढ़ी भी करनी पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। जनता के लिए मर मिटेंगे।
सीएम ने शनिवार को चौ. ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान, खेड़ा डाबर में दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री चौधरी ब्रह्मप्रकाश की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री ने भी 1950-51 में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी। आम आदमी पार्टी की सरकार भी पूर्ण राज्य के लिए संघर्ष कर रही है। हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि हमने पिछले डेढ़ साल में डीडीए से अस्पताल बनाने के लिए दस प्लॉट मांगे हैं। सरकार ने यह भी कहा है कि जमीन की कीमत दी जाएगी, फिर भी डीडीए ने अभी तक एक भी प्लॉट नहीं दिया है। सरकार चाहती है कि घर बनें तो साथ ही स्कूल, अस्पताल भी बनें ताकि लोगों को जरूरी सुविधाएं मिल सकें।
लैंड पूलिंग पर भी बोले: केजरीवाल और होम मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने इस मौके पर बताया कि दिल्ली सरकार लैंड पूलिंग पॉलिसी के हक में है। इससे संबंधित फाइल महीनों से केंद्र के पास है। दिल्ली सरकार बस इतना चाहती है कि लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत जमीन का जो 45 पर्सेंट हिस्सा डीडीए के पास रहेगा, उसमें से 10 पर्सेंट जमीन दिल्ली सरकार को अस्पताल, स्कूल, पुलिस स्टेशन, फायर स्टेशन बनाने के लिए दे दें। जैसे ही 10 पर्सेंट जमीन देने के प्रपोजल से जुड़ी फाइल दिल्ली सरकार के पास आएगी, उसके 24 घंटे के भीतर यह फाइल क्लियर कर दी जाएगी।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।