तेल पर अपनी निर्भरता को आधा से भी कम करेगा सऊदी अरब, बजट में ऐलान

दुबई
दशकों तक अपने बजट की फंडिंग के लिए क्रूड ऑइल पर निर्भरता के बाद अब सऊदी अरब ने इसमें कटौती की कोशिशों को तेज कर दिया है। मंगलवार को यमन के विद्रोहियों द्वारा यामामाह पैलेस पर मिसाइल दागे जाने के कुछ घंटे बाद ही किंग सलमान की ओर से पेश किए गए बजट 2018 में यह दावा किया गया। पड़ोसी देशों से तनावपूर्ण रिश्तों का जिक्र न करते हुए किंग सलमान ने कैबिनेट को संबोधित करते हुए कहा कि हमें तेल पर अपनी निर्भरता को धीरे-धीरे 50 फीसदी तक कम करना होगा।

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फाइनैंस मिनिस्ट्री की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि 2023 तक इसे 42 फीसदी तक करने का लक्ष्य है। किंग सलमान के बेटे और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी इस दौरान मौजूद थे। प्रिंस ने पिछले साल विजन 2030 लॉन्च किया था, जिसके तहत सऊदी अरब की कच्चे तेल पर निर्भरता को कम किए जाने की योजना है। सऊदी राजसत्ता में ताकतवर माने जाने वाले प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आय के विविध स्रोत विकसित करने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसकी बड़ी वजह दुनिया भर में कच्चे तेल के दामों में जारी गिरावट है।

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मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 में सऊदी अरब की सरकार ऊर्जा आरामको का निजीकरण भी शामिल है। यही नहीं कच्चे तेल से होने वाली इनकम में लगातार आ रही कमी के चलते सऊदी अरब ने अब जनकल्याण की नीतियों के तहत खर्च होने वाली बड़ी राशि में भी कटौती की योजना बनाई है। यही नहीं इस साल रियाद ने मनोरंजन से जुड़े कई प्रतिबंधों को हटा लिया था। सऊदी सरकार का मानना है कि मनोरंजन इंडस्ट्री से उसकी आय में इजाफा होगा।

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