डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत को ऐसे रोकता है RBI

सैकत दास।
डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। 28 जून को रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। गुरुवार को एक समय पर भारतीय करंसी डॉलर के मुकाबले 69.10 के स्तर पर थी। यह पहली बार था जब डॉलर के मुकाबले रुपये ने 69 का स्तर पार किया है। ऐसे में भारत के लिए जरूरी है कि वह ऐसा कोई कदम उठाए जिससे रुपये के स्तर को गिरने से बचाया जा सके।

बाजार से जुड़े कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई लगातार रुपये को डॉलर के मुकाबले मजबूत करने की कोशिश करता रहता है। डीलर्स का कहना है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रुपये की गिरावट को रोकने के लिए फ्यूचर्स मार्केट का रुख कर लिया है। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में आरबीआई ने फ्यूचर्स मार्केट में 500 से भी ज्यादा डॉलर बेचे, जिससे भारतीय करंसी को गिरावट से उभरने में काफी सहायता मिली।

केंद्रीय बैंक आमतौर पर करंसी मार्केट के उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए स्पॉट मार्केट में हस्तक्षेप करता है। एक बड़े बैंक के ट्रेजरी हेड ने बताया, “आरबीआई के लिए स्पॉट मार्केट से बेहतर विकल्प फ्यूचर्स मार्केट है।” इसके अलावा, अगले साल देश में आम चुनाव भी होने हैं, इसलिए भारतीय रिजर्व बैंक रुपये की गिरावट से देश को नकारात्मक तस्वीर पेश करना नहीं चाहेगा।

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