जियो के फ्री ऑफर से राउटर मार्केट बेहाल
|रिलायंस जियो के आक्रामक ढंग से विस्तार करने की मार अब इंडिया के राउटर्स मार्केट पर भी पड़ गई है। काफी लोग जियो के फ्री डेटा का इस्तेमाल मोबाइल डिवाइसेज को हॉटस्पॉट बनाने के लिए कर रहे हैं या कंपनी की पोर्टेबल वाईफाई डिवाइस को वायरलेस इंटरनेट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे राउटर्स मार्केट गहरे संकट में दिखाई दे रहा है।
इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 के चौथे क्वॉर्टर में राउटर यूनिट शिपमेंट्स में 19 पर्सेंट की तिमाही दर तिमाही गिरावट आई है। इसकी वजह से वेंडरों का रेवेन्यू 22 फीसदी नीचे आया है। इस गिरावट की वजह जियो की मार्केट में एंट्री और नोटबंदी बताई जा रही है।
नेटगियर, डिजीसोल और टीपी लिंक जैसी कंपनियों की डिमांड में तेज गिरावट आई है। यह गिरावट खासतौर पर होम या होम-ऑफिस यूजर्स की डिमांड में दिख रही है। ये लोग आमतौर पर 5,000 रुपये से कम कीमत वाले एंट्री लेवल राउटर्स का इस्तेमाल करते हैं। जियो के फ्री डेटा सर्विस पेश करने से इन लोगों की राउटर्स की मांग में गिरावट आई है। मुकेश-अंबानी की रिलायंस जियो ने 31 मार्च तक कॉल्स और डेटा सर्विसेज मुफ्त में दी थी। कंपनी अभी भी डिस्काउंटेड रेट्स पर डेटा ऑफर कर रही है।
नेटगियर के कंट्री मैनेजर (इंडिया और सार्क) मरथेश नागेंद्र ने कहा, ‘सस्ते राउटर्स का मार्केट जियो के ऑफर किए जा रहे फ्री डेटा से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।’ उन्होंने कहा कि जियो से मिल रहे फ्री डेटा के चलते कंज्यूमर्स ने अपनी राउटर खरीदारी टाल दी है। नागेंद्र ने कहा कि नवंबर 2016 से 31 जनवरी 2017 तक एंट्री लेवल हॉटस्पॉट डिवाइसेज बुरी तरह से चैनल डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास फंस गई हैं। इनमें एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन मार्केटप्लेस भी शामिल हैं, इनके लिए अपने पास मौजूद इनवेंटरी को निकालना मुश्किल भरा साबित हो रहा है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के सीनियर एनालिस्ट (डिवाइसेज एंड एनालिटिक्स), पवेल नइया ने कहा कि जियो ने 2016-17 फिस्कल के दौरान 30 लाख जियोफाई हॉटस्पॉट डिवाइसेज बेची हैं। इस पूरी बिक्री का 50 फीसदी हिस्सा अंतिम क्वॉर्टर में ही बिका है। आईडीसी की एनालिस्ट निहारिका कुमार ने ईटी को बताया, ‘रिलायंस जियो की वजह से कंज्यूमर सेगमेंट में एक बुलबुला पैदा हुआ था जिसकी वजह फ्री वॉयस और डेटा प्राइसिंग है।’ उन्होंने कहा कि कंज्यूमर राउटर मार्केट में स्लोडाउन कम से कम जून में खत्म होने वाले क्वॉर्टर तक जारी रहेगा।
काउंटरपॉइंट के मुताबिक, जियो अब तक 30 लाख से ज्यादा माई-पाई डिवाइसेज मंगा चुकी है। अप्रैल 2016 से दिसंबर 2016 के बीच इंडिया इंपोर्ट होने वाले कुल राउटर्स की वैल्यू 30 करोड़ डॉलर है। राउटर मेकर्स के लिए चिंता की बात यह है कि जियो फिलहाल 1,999 रुपये वाले जियोफाई 4जी राउटर पर 100 फीसदी कैशबैक ऑफर कर रही है और 5-5जीबी वाले 10 फ्री वाउचर दे रही है जिन्हें 10 महीनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
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