कांग्रेस: पद पाने के लिए भिड़ रहे हैं नेता

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली

प्रदेश कांग्रेस में संगठन चुनाव को लेकर सब-कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी में विभिन्न पदों को पाने के लिए नेता आपस में उलझ रहे हैं। इस मसले पर एक-दूसरे पर लगाए गए आरोप वरिष्ठ नेताओं तक पहुंच रहे हैं। पार्टी में लामबंदी से नेता खासे तनाव में है, इसके बावजूद पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि जो नेता पार्टी के लिए खासी मेहनत कर रहे हैं, उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। लापरवाह और जी-हजूरी करने वालों को कोई तवज्जो नहीं मिलेगी।

प्रदेश कांग्रेस में आजकल खासी मेहनत और रस्साकसी चल रही है। पार्टी ने अपने पुराने सदस्यों की मेंबरशिप रिन्यू की है तो नए सदस्य भी बनाए हैं। पार्टी के अनुसार दिल्ली में कांग्रेस सदस्यों की संख्या पांच लाख तक पहुंच चुकी है। इस सदस्य अभियान के बाद पार्टी में बूथ, ब्लॉक, जिला आदि स्तर तक अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों का चुनाव होना है। इसके लिए आलाकमान की ओर से जिला चुनाव अधिकारी और ब्लॉक चुनाव अधिकारी इलाकों में जा रहे हैं और वहां नेताओं और पार्टी वर्करों से मिलकर चुनाव को अंजाम देने में लगे हुए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार सात अगस्त से इलेक्शन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शुरुआती दौर में स्तर पर पदाधिकारी चुने जाएंगे, उसके बाद ब्लॉक स्तर पर नेताओं का चयन होगा फिर यह चुनाव प्रक्रिया आगे चलते-चलते प्रदेश संगठन चुनाव पर जाकर खत्म होगी। लेकिन ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि आलाकमान की ओर से चुनाव गए अधिकारी जिल इलाकों में जा रहे हैं, वहां कुछ इलाकों में उन्हें विरोधी सुर सुनने को मिल रहे हैं।

सूत्र बताते हैं कि जिला चुनाव अधिकारी सभी 14 जिलों में बैठकें कर चुके हैं, बताते हैं कि इनमें कृष्णा नगर, आदर्श नगर, तिलक नगर आदि जिलों के नेताओं के बीच खासा घमासान चल रहा है। वहां बैठकों में पुराने और संभावित नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। एक जिले में तो नेताओं के बीच मारपीट तक की नौबत आ गई, जिसे बड़ी मुश्किल से सुलझाया जा सका। गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन कह चुके हैं हमारी पार्टी पूरी तरह लोकतांत्रिक सिस्टम से चलती है, वहां कुछ मतभेद उभरते हैं तो उसे हम मिलकर सुलझाते हैं। लेकिन यहां तो मतभेद के बजाय मारपीट जैसी नौबत आ रही है। इस मसले पर पार्टी के वरिष्ठ नेता चतर सिंह का कहना है कि चूंकि आगामी दिनों में कोई चुनाव नहीं है, इसलिए जेनुइन नेताओं को छांटने में कोई समस्या नहीं आ रही है। पार्टी का मानना है कि जिस भी नेता ने पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए अच्छा काम किया है, उसका पूरा सम्मान किया जाएगा और जो लोग सिर्फ पद की ही इच्छा रखते हैं, उन्हें कोई तरजीह नहीं दी जाएगी। मारपीट पर उनका कहना है कि अगर शिकायत ठीक पाई गई तो ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

दिल्ली समाचार, खबर, हिन्दी Political News Delhi