इंडिया इंक में निराशाः अब मोदी को 200 सीट न मिलें

शुभम मुखर्जी और पीयूष पांडे, नई दिल्ली

मोदी सरकार की चमक फीकी पड़ रही है और आज चुनाव होते तो एनडीए को 200 सीटें भी मुश्किल से मिलतीं। ऐसा कोई मोदी विरोधी नहीं बल्कि उस उद्योग जगत का नुमाइंदा कह रहा है, जिसके लिए केंद्र सरकार न सिर्फ खूब सारी नीतियां लेकर आई है बल्कि विपक्ष का यह आरोप भी झेल रही है कि मोदी सरकार उद्योगपतियों की सरकार है।

4600 करोड़ रुपये के विशाल मैरिको ग्रूप के चेयरमैन हर्ष मरीवाला कहते हैं कि मोदी सरकार की चमक उतर रही है। मंगलवार को उन्होंने दो ट्वीट किए। पहले में उन्होंने कहा, ‘नतीजे हासिल करके दिखाने और वादे निभाने जैसी मोदी सरकार की चमक उतर रही है। रफ्तार बढ़ानी होगी। उम्मीद है कि ब्याज दरें आज कम होंगी।’

इसके कुछ ही देर बाद उन्होंने एक और ट्वीट करके एक विस्फोटक खुलासा किया। उन्होंने कहा, ‘एक बड़े नेता से सुना कि अगर आज चुनाव होते तो एनडीए को मुश्किल से 200 सीट जीत पाता।’

उद्योग जगत ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने को लेकर जमकर जश्न मनाया था लेकिन अब बहुत से उद्योगपति हैं जो सरकार से निराश हैं। कहा जा रहा है कि कंपनियों के बोर्ड रूम्स में बातचीत बदल रही है। इंडिया इंक सिर्फ इसी बात से परेशान नहीं है कि मंजूरी मिलने में देर हो रही है। दबी जबान में ही सही लेकिन उद्योग जगत के सेनापति और कई समस्याओं का जिक्र करने लगे हैं। कइयों को हाल ही में टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिसों ने परेशान किया है तो हिंदुत्व के एजेंडे को लेकर मच रहा है हल्ला भी उद्योग जगत को रास नहीं आ रहा है।

आरपीजी ग्रूप के चेयरमैन हर्ष गोयंका ने कहा, ‘जब तक मुद्दों को निष्पक्षता से हल किया जाएगा, तब तक उद्योग जगत को परेशान होनी की जरूरत नहीं है। लेकिन एक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में हमें हर तरह की कट्टर गतिविधि से बचना चाहिए। इधर-उधर से आ रहे फासीवादी बयान समाज के सांप्रदायिक तानेबाने को तोड़ते हैं। इनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए।’

एक अन्य टॉप बैंकर ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि वह हैरान हैं कि मोदी इन लोगों पर सख्ती क्यों नहीं दिखा रहे हैं।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

Navbharat Times

Tags:, , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , ,