अजय माकन होंगे प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष
| नई दिल्ली विधानसभा चुनावों में हारकर बुरी हालत में पहुंच चुकी प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व अब अजय माकन को सौंपा जा रहा है। संडे को हाईकमान बाकायदा इसका ऐलान करने जा रही है। जाहिर है कि माकन को अब ऑल इंडिया कांग्रेस की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाएगा। अब तक अध्यक्ष रहे अरविंदर सिंह लवली को 19 दिसंबर 2013 को उस समय प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था, जब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 15 साल शासन के बाद सत्ता से अलग हो गई थी। जयप्रकाश अग्रवाल से कमान लेकर युवा लवली को सौंपी गई थी। तब यह माना गया था कि कांग्रेस फिर से पटरी पर आ जाएगी और अपना खोया वोट बैंक फिर से तलाश कर लेगी, लेकिन हुआ इससे ठीक उलटा। कांग्रेस 2015 के चुनाव में पूरी तरह साफ हो गई। हालांकि, चुनावों में कमान अजय माकन के हाथों में ही थी और वह खुद भी सदर बाजार से हार गए थे लेकिन उन्हें चुनावों से कुछ दिन पहले ही चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। इसलिए हार का ठीकरा उन पर नहीं, बल्कि लवली पर फोड़ा जा रहा है। माकन को चुनाव की कमान सौंपने के कारण ही लवली ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। वैसे, इससे पहले माकन और लवली की दोस्ती के उदाहरण दिल्ली कांग्रेस में दिए जाते रहे हैं। माकन को दिल्ली कांग्रेस की कमान सौंपने का फैसला शीला दीक्षित की सरकार के आखिरी दिनों में ही कर लिया गया था। उस समय उन्होंने केंद्र सरकार से इस्तीफा दिया था और पार्टी में काम करने की घोषणा की थी। इसके बावजूद तब शीला अपने आपको बचाने में सफल हो गई और माकन को हाईकमान में ही खपा लिया गया। दिल्ली कांग्रेस में यह माना जाता है कि माकन को करीब दो साल की देरी से यह पद सौंपा जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार संडे को प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पी. सी. चाको माकन की नियुक्ति का ऐलान करेंगे। सोनिया गांधी ने माकन को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के फैसले को हरी झंडी दिखा दी है।
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