अखलाक की हत्या एक हादसा है, सांप्रदायिक रंग न दें: महेश शर्मा
| शर्मा ने कहा, ‘प्रभावित परिवार के साथ दो और परिवार रहते हैं। दोनों के घरों की दीवार एक दूसरे से लगी है। दोनों परिवारों के घर गांव के बीच में हैं। गांव में 10-12 घर अन्य समुदाय के हैं लेकिन कोई चिंताजनक वारदात नहीं हुई थी।’ शर्मा ने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह वारदात गलतफहमी की वजह से हुई है। जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं उनके साथ कानून अपना काम करे।’ अखलाक की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। उनके 22 साल के बेटे दानिश की भी की हालत नाजुक बनी हुई है। दादरी के बिसाड़ा गांव में लोगों ने अफवाह फैला दी थी कि अखलाक के घर में गोमांस है और इन्होंने खाया भी है। इसके बाद गांव के मंदिर से ऐलान किया गया और सैंकड़ों की भीड़ अखलाक के घर में घुस गई। यह पूरा वाकया सोमवार रात में हुआ। अखलाक के दूसरे बेटे सरताज इंडियन एयर फोर्स में हैं। उन्होंने अपने पिता के हत्यारे को कड़ी सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहता हूं कि वे कौन लोग थे और उन्होंने ऐसा क्यों किया? इस मामले में दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि फिर इस तरह का वाकया गांव में न हो पाए।’
दादरी में हिंसक भीड़ की दरिंदगी की भेंट चढ़ी 50 साल के मोहम्मद अखलाक की जान पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा की टिप्पणी को लेकर विवाद छिड़ गया है। मोहम्मद अखलाक पर गोमांस रखने और खाने के आरोप लगे थे। महेश शर्मा ने अखलाक की हत्या को हादसा बताया है और उन्होंने कहा कि इसे सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए। दूसरी तरफ बिसाड़ा गांव से पीड़ित परिवार डर के कारण पलायन करना चाहता है। गांव के मुस्लिम परिवारों में डर है कि इस तरह का हमला फिर से हो सकता है। महेशा शर्मा नोयडा से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं।
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