UIDAI के पूर्व अध्यक्ष बोले- आधार कार्ड को बदनाम करने का चल रहा अभियान
|आधार कार्ड डाटा लीक को लेकर चल रहे विवाद के बीच इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने अपना पक्ष रखा। नीलेकणि ने कहा कि उनको लगता है कि आधार कार्ड की छवि खराब करने के लिए यह सब एक सोची-समझी रणनीति के तहत हो रहा है। नीलेकणि ने कहा, ‘मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि इस महीने आधार कार्ड को संवैधानिक वैधता दी जाए या नहीं, इसपर सुप्रीम कोर्ट फैसला करने वाला है। इसको देखते हुए ही आधार की छवि खराब करने का काम हो रहा है।’
नीलेकणि ने इस बात का भरोसा भी जताया कि सुप्रीम कोर्ट आधार कार्ड के हक में ही फैसला लेगा, यानि उसे मान्यता दे दी जाएगी। उन्होंने आधार की प्रिवेसी के लिए जो ‘टू लेयर’ का सिक्यॉरिटी सिस्टम लाया गया है उसपर भी बात की। नंदन निलेकणि UIDAI के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
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इंफोसिस के सह-संस्थापक ने कहा कि सरकार द्वारा उठाए गए दोनों कदम अच्छे हैं। उन्होंने कहा, ‘अब कुछ नए फीचर आ गए हैं। अब कोई भी अपनी वर्चुअल आईडी बना सकता है। अब हर जगह अपना आधार नंबर देने की जरूरत खत्म हो गई है। वर्चुअल नंबर को अपने मुताबिक, कभी भी बदला जा सकेगा। यानी अब वह पूरा विवाद ही खत्म हो जाएगा कि आपको हर जगह अपना आधार नंबर देना पड़ता है।’
नीलेकणि ने लिमिटेड केवाईसी को भी ठीक बताया। इसपर उन्होंने कहा कि अब प्राइवेट कंपनियों को किसी के आधार कार्ड की पूरी जानकारी नहीं दी जाएगी, बल्कि एक दूसरा टोकनिज्ड नंबर दिया जाएगा, जिससे खतरा कम रहेगा।
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