निर्देशक अक्षय राय ने बंगाल की पृष्ठभूमि को अच्छी तरह रचा है। पहले ही दृश्य से परिवेश की बारीकी पर उन्होंने ध्यान दिया है। यही बारीकी उन्होंने अभिमन्यु
लेखक-निर्देशक श्रीजित मुखर्जी ने फिल्म के मुद्दे को सही संदर्भ और परिवेश में उठाया, लेकिन बेगम जान की कहते-कहते वे कहीं भटक गए। Jagran Hindi News – entertainment:reviews
तीन साल पहले विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में आई ‘हेट स्टोरी’ से बदले की ऐसी कहानी गढ़ी गई, जिसमें सेक्स‘ और अंग प्रदर्शन की पर्याप्त संभावनाएं थी। तीन
हिंदी फिल्मों में पुरुष किरदारों के भाईचारे और दोस्ती पर फिल्में बनती रही हैं। यह एक मनोरंजक विधा(जोनर) है। महिला किरदारों के बहनापा और दोस्ती की बहुत कम
‘मॉकिंगजे पार्ट 1’ फिल्म दूसरे हिस्से के मुकाबले कुछ कमजोर थी। पहली फिल्म की प्रक्रिया पूरी तरह से अव्यवस्थित थी। मगर हां दूसरे हिस्से में सारी चीजें व्यवस्थित
इम्तियाज अली ने रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण जैसे दो समर्थ कलाकारों के सहारे प्रेम और अस्मिता के मूर्त-अमूर्त भाव को अभिव्यकक्ति दी है। सीधी-सपाट कहानी और फिल्मों
यह फिल्म रोचक प्रयोग से कुछ ज्यादा है। इसमें 11 फिल्ममेकर्स ने एक ही विषय में दिलचस्पी दिखाई है। उम्रदराज फिल्ममेकर रजत कपूर कमिटमेंट से भयभीत है। उन्हें