फिल्म की कहानी थोड़ी अलग है। लेखक ने उसके लिए सुविधाओं के साथ दुविधाएं भी जुटा ली हैं। सुविधा और दुविधा के घालमेल से कहानी विश्वसनीय नहीं लगती