आज जरूरत ऐसे छोटे-छोटे प्रयासों से पर्यावरण की रक्षा करने से है जिनका लंबे समय बाद बड़ा प्रभाव नजर आए। ऐसा ही एक छोटा-सा प्रयास पश्चिम बंगाल के