‘नूर’ में बतौर अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा कुछ नया करती हैं। वह अपने निषेधों को तोड़ती है। खिलती और खुलती हैं, लेकिन लेखक और निर्देशक उनकी मेहनत पर पानी
लेखक-निर्देशक श्रीजित मुखर्जी ने फिल्म के मुद्दे को सही संदर्भ और परिवेश में उठाया, लेकिन बेगम जान की कहते-कहते वे कहीं भटक गए। Jagran Hindi News – entertainment:reviews