05 से 15 फीसदी छात्र फाइनल प्लेसमेंट में नौकरी पाने में नाकाम रहते हैं। इसे देखते हुए नौकरी से पहले कंपनियों में इंटर्नशिप के लिए भेजा जा रहा।