Roohi movie review : टुकड़ों में हंसाती है पर डराती नहीं
|पहली बार चुड़ैल से प्यार का एंगल कहानी में डाला गया है। पर कट्टन्नी और अफ्जा के प्रेम प्रसंग को पर्दे पर लेखक और निर्देशक समुचित तरीके से साकार नहीं कर पाए हैं। अफ्जा के किरदार की गहराई में लेखक-निर्देशक नहीं जाते है।