MCD : एक और कूड़ा ‘घोटाला’
|नॉर्थ एमसीडी के कूड़ा ‘घोटाले’ की आग शांत भी नहीं हुई है कि एक और घोटाले की लपटें दिखाई देने लगी हैं। इस बार घोटाले की बात साउथ एमसीडी से सामने आई हैं। आरोप है कि यहां एमसीडी ने कूड़ा उठाने वाले कॉन्ट्रेक्टर को करीब एक करोड़ रुपये ज्यादा दे दिए। मामले को संगीन मानते हुए जांच के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन विपक्ष इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
साउथ एमसीडी के वेस्ट जोन से कूड़ा उठाने का काम प्राइवेट कॉन्ट्रेक्टर करता है। इसी को करीब एक करोड़ रुपये ज्यादा देने के आरोप सामने आ रहे हैं। यह आरोप किसी और ने नहीं लगाया, बल्कि ऑडिटर ने अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र किया है। एमसीडी ने कॉन्ट्रेक्टर को कूड़ा उठाने की पेमेंट टीडीएस और दूसरे टैक्स काटकर दी थी। इस पर कॉन्ट्रेक्टर ने यह कहा कि वह सारे टैक्स जमा करता है इसलिए उसके काटे गए करीब एक करोड़ रुपये वापस किए जाएं। एमसीडी ने कॉन्टेक्टर के लैटर हैड पर यह बात कहने के बाद उसे एक करोड़ रुपये जारी कर दिए। ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि एमसीडी ने गलत तरीके से कॉन्ट्रेक्टर को पैसे दिए। टीडीएस की कोई रिपोर्ट नहीं देखी गई। लैटर हैड पर यह कहना कि टीडीएस और टैक्स जमा कर दिए, मान्य नहीं है।
ऑडिट की इस रिपोर्ट पर स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ। नेता सदन आशीष सूद ने कहा कि मामले की जांच कराई जाए और सप्ताह भर में रिपोर्ट दी जाए। साथ ही नुकसान हुए पैसे की रिकवरी भी की जाए। वहीं नेता विपक्ष फरहाद सूरी ने कहा कि यह खुले तौर पर भ्रष्टाचार है। मैं इसकी सीबीआई से जांच की मांग करता हूं। इसके बाद स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन राधेश्याम शर्मा ने कमिश्नर पुनीत गोयल को जांच के आदेश दिए हैं।
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