‘सेट पर 25 लोग मरते-मरते बचे थे’:पंकज कपूर बोले- ‘जाने भी दो यारों’ की शूटिंग के वक्त हुई थी घटना, लिफ्ट बीच में अटक गई थी

वेटरन एक्टर पंकज कपूर ने हालिया इंटरव्यू में 1983 की कल्ट क्लासिक फिल्म जाने भी दो यारों की मेकिंग पर बात की है। उन्होंने बताया कि एक सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान 25 लोग को 26वें फ्लोर पर जाना था, लेकिन ओवरवेट की वजह से लिफ्ट 7वें या 8वें फ्लोर पर अटक गई थी। पंकज ने बताया कि इस दिन वे 25 लोग मरते-मरते बचे थे। बता दें, फिल्म जाने भी दो यारों में पंकज कपूर के अलावा नसीरुद्दीन शाह, सतीश शाह, नीना गुप्ता और सतीश कौशिक जैसे कलाकार भी थे। जानिए क्या थी पूरी घटना? पंकज कपूर ने बताया कि एक शॉट खत्म होने के बाद एक दूसरे सीन की शूटिंग के वक्त 25 लोगों की टीम को 25 वीं मंजिल पर जाकर शूट करना था। बिल्डिंग के मालिक के बेटे ने सभी को बताया कि लिफ्ट 26वें फ्लोर तक जाएगी, जिसके बाद सभी सीढ़ी से एक फ्लोर नीचे आ सकते हैं। पंकज ने आगे कहा- हमें इस बात का एहसास नहीं था कि हमने कैपेसिटी से ज्यादा भार लिफ्ट पर डाल दिया था। मैं कहता रहा कि लिफ्ट में लोग ज्यादा हैं, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। जैसे ही हम ऊपर जाने लगे तो लिफ्ट 7वीं या 8वीं फ्लोर पर अटक गई। लिफ्ट ना ऊपर जा पा रही थी और नीचे आ रही थी। सभी घबराने लगे। इसके बाद किसी तरह लिफ्ट को बिल्डिंग के करीब ले जाया गया। हम सबकी किस्मत अच्छी रही कि कोई दुर्घटना नहीं हुई। हर कोई बस कूद गया। ओवरवेट की वजह से लिफ्ट को खींचने वाला तार भी टूटने लगा था। लेकिन वक्त रहते ही हम सब लिफ्ट से बाहर आ गए थे। वरना 25 लोग 7वीं या 8वीं मंजिल से सीधे नीचे गिर जाते। सभी एक्टर्स 24-24 घंटे शूट करते थे पंकज कपूर ने बताया कि जाने भी दो यारों अब तक की सबसे महान भारतीय फिल्मों में से एक है। इस फिल्म को बहुत की कम बजट में बनाया गया था। शूटिंग के वक्त एक्टर्स 24-24 घंटे काम किया करते थे। पंकज ने आगे कहा- हम लगभग 24 घंटे काम कर रहे थे। हर एक्टर 1 घंटे आराम करने के वापस शूटिंग शुरू कर देता था क्योंकि हम जानते थे कि फिल्म कितनी मुश्किलों से बन रही है। हम सब इस फिल्म के लिए कुछ भी करने को तैयार थे।

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