Film Review: पूरी तरह से निराश करती है ‘कागज के फूल्स’

मैं लेखक हूं, मैंने एक कहानी लिखी है, मेरी कहानी छपती नहीं, और इसी वजह से मैं सबकी नजर में नाकारा हूं क्योंकि मैं सच में विश्वास रखता हूं. इन्ही बातों को एक फिल्म के माध्यम से दर्शाने की पूर्ण कोशिश की है डायरेक्टर अनिल कुमार चौधरी ने.

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