मीटिंग में मारपीट होती रही, केजरीवाल मूर्ति बनकर खड़े रहे: योगेंद्र यादव
| पढ़ेंः आप की मीटिंग में क्या-क्या हुआ, पूरा हाल शनिवार को दोपहर बाद पत्रकारों से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा, ‘आज हम बड़ी शर्मिंदगी के साथ यहां बैठे हैं। पहले तो कई सदस्यों को अंदर नहीं जाने दिया गया। फिर अंदर जाने पर देखा कि बहुत से लोग ऐसे हैं, जो सदस्य ही नहीं हैं। आमतौर पर मीटिंग्स में वॉलनटिअर्स होते हैं, मगर आज सब नए चेहरे थे।’ पढ़ें खबरः AAP कार्यकारिणी से निकाले गए प्रशांत-योगेंद्र उन्होंने कहा कि 40 मिनट के भाषण में अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ और सिर्फ आरोप लगाए और फिर नाटकीय अंदाज में कहा कि मैं तो सबकुछ छोड़कर जा रहा हूं। योगेंद्र ने कहा, ‘भाषण में आरोप लगाने के बाद नाटकीय अंदाज में केजरीवाल ने कहा कि या तो इन्हें रख लीजिए या मैं सब छोड़कर जाता हूं। इस पर रमजान चौधरी ने कहा कि आपको दोनों पक्षों की बातें सुननी चाहिए। इतने में बाउंसर्स आए और रमजान को घसीटकर ले जाने लगे।’ योगेंद्र यादव ने कहा कि यह देखकर मैं हैरान था। उन्होंने कहा, ‘मैं दौड़ते हुए उनके पीछे गया और बोला कि इस तरह से आप सदस्य को बाहर नहीं निकाल सकते। मैं चौधरी को सहारा देकर अंदर ले आया और केजरीवाल से बोला कि यह क्या हो रहा है, आपके सामने मारपीट हो रही है। मगर केजरीवाल मूर्ति बनकर खड़े रहे। किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था।’ यादव ने बताया, ‘केजरीवाल ने कहा कि मुझे एक मीटिंग में जाना है। इसके बाद मनीष सिसोदिया मंच की तरफ लपके और बोले की बैठक की अध्यक्षता के लिए राजेंद्र यादव के नाम पर किसी को आपत्ति है। मगर इससे पहले की कोई आपत्ति जताता राजेंद्र यादव ने अध्यक्षता संभाल ली। तुरंत बाद मनीष ने कहा कि इन लोगों को पार्टी से निकालने के समर्थन में कौन हैं।’ योगेंद्र यादव ने कहा कि प्रस्ताव में अध्यक्ष की इजाजत नहीं ली गई, अनुमोदन नहीं कराया गया, आरोप नहीं बताए गए, चर्चा नहीं कराई गई और सीधे वोटिंग शुरू कर दी। इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है। जब मैने कहा कि चर्चा तो करवाइए, तो राजेंद्र यादव ने कान पर हाथ रखकर कहा कि लिखकर दीजिए। मगर इस दौरान तक मनीष ने वोटिंग शुरू करवा दी थी। उन्होंने कहा, ‘कौन वोटिंग मेंबर है, कौन नहीं… इसका पता लगाए बिना वोटिंग हो रही थी। ऐसे में हमने बाहर आना ही उचित समझा।’ यादव ने कहा कि इसके बाद इशारा किया गया और बाहर खड़े लोगों ने हमारे खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा, ‘जो पार्टी स्वराज का नारा लेकर आई थी, उसमें ऐसा कुछ हुआ, इसका अफसोस है। मेरी गुजारिश है कि आज के नाटक से इस पार्टी का मूल्यांकन मत कीजिए। इस पार्टी के साथ बहुत से आदर्श समर्थकों और वॉलनटिअर्स की भावनाएं जुड़ी हैं। आज की घटना भले ही बहुत छोटे स्तर की है, लेकिन आप देखेंगे कि हम इतने छोटे नहीं हैं।’ इस बीच इन तमाम आरोपों को आम आदमी पार्टी ने गलत करार दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा कि इन आरोपों में कोई सचाई नहीं है और जरूरत पड़ने पर पार्टी सबूत भी पेश कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘यह बात समझ से परे है कि इस तरह के आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं। रमजान चौधरी तो खुद केजरीवाल के भाषण के दौरान चिल्लाने लग गए थे। इस पर साथियों ने जब उन्हें समझाने की कोशिश की, तो वह कहने लगे कि उनके साथ बदसलूकी हो रही है। मैंने खुद उनसे पूछा कि क्या किसी ने आपको कुछ किया, तो उन्होंने कहा नहीं।’ अंग्रेजी में पढ़ें: Bhushan, Yadav ousted from AAP’s key panel
आम आदमी पार्टी की नैशनल काउंसिल की मीटिंग में शनिवार को जमकर ड्रामा हुआ। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाले गए प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव का आरोप है कि बैठक के नाम पर एक नाटक किया गया और इसमें मारपीट भी की गई। योगेंद्र यादव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के सामने एक सदस्य के साथ बाउंसर्स ने बदसलूकी की, मगर वह मूर्ति की तरह खड़े रहे। मगर आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को खारिज किया है।
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