चैम्पियंस ट्रोफी हॉकी: फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हारा भारत
|चैम्पियंस ट्रोफी हॉकी के फाइनल मुकाबले में शुक्रवार/शनिवार देर रात ऑस्ट्रेलिया ने पेनल्टी शूटआउट में भारत को 3-1 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। दोनों टीमों की तरफ से फुल टाइम तक कोई गोल नहीं होने और स्कोर 0-0 पर रहने के बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूट आउट के जरिए हुआ।
हालांकि, मैच के बाद भारत ने पेनल्टी शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी को दूसरा शॉट दिए जाने के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जिसकी वजह से काफी देर तक अंतिम रिजल्ट की घोषणा नहीं की गई। बाद मेंऑस्ट्रेलिया को विजेता घोषित किया गया।
जीत के बाद ट्रोफी के साथ अॉस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
सिल्वर से संतोष, पर बनाया रेकॉर्ड
फाइनल में मिली हार के बाद भारत को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा है। हालांकि, ऐसा पहली बार है जब भारत ने इस खिताबी मुकाबले में सिल्वर मेडल जीता है। इससे पहले 1982 में नीदरलैंड्स में हुए मुकाबले के दौरान भारत ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। बता दें कि भारत इस बार चैम्पियंस ट्रोफी हॉकी के इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंचा था।
भारत के खिलाड़ी रहे फेल
पेनल्टी शूटआउट के दौरान भारत की तरफ से सिर्फ हरमनप्रीत सिंह गोल दाग पाने में कामयाब रहे जबकि एसके उथ्थपा, एसवी सुनील और सुरेंद्र कुमार मौका नहीं भुना सकें।
ऑस्ट्रेलिया ने दागे तीन गोल
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से अरान जालेस्की, डैनियल बेल और सिमोन ऑचर्ड ने गोल दागा जबकि ट्रेंट मिटन की कोशिश पर भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने पानी फेर दिया।
शूटआउट में ड्रामा
शूटआउट के दौरान काफी ड्रामा हुआ। बेल जब गोल करने में नाकाम रहे तो उन्होंने विडियो रिव्यू मांगा जिसके बाद विडियो अंपायर ने उन्हें फिर से मौका दिए जाने की बात कही। इस फैसले पर भारतीय कोच ओल्टमान्स ने नाराजगी जताई।
भारत ने सिल्वर मेडल जीतकर बनाया रेकॉर्ड
ऐसे फाइनल में पहुंचा था भारत
भारत को फाइनल मुकाबले में पहुंचाने में ब्रिटेन का काफी हाथ रहा था। ऑस्ट्रेलिया से गुरुवार को मिली 4-2 की हार के बाद भारत करीब-करीब इस मुकाबले से बाहर ही हो गया था। फाइनल मैच का भविष्य ब्रिटेन और बेल्जियम के मैच पर टिका था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में खेलने के लिए ब्रिटेन को जहां जीत की दरकार थी वहीं बेल्जियम तभी फाइनल में पहुंचता जब वह ब्रिटेन को बड़े अंतर से हराता। यह मैच काफी अनोखा रहा। दरअसल, बेल्जियम से मुकाबले के दौरान एक वक्त पर ब्रिटेन की टीम 1-3 से पीछे चल रही थी और ऐसा लग रहा था कि बेल्जियम उसे बड़े अंतर से हराकर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर लेगा, लेकिन ब्रिटेन ने शानदार वापसी करते हुए मुकाबला 3-3 से ड्रॉ करा दिया और भारत की फाइनल में जगह निश्चित कर दी।
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