कन्हैया मामले में NHRC का पुलिस और केंद्र को नोटिस
|राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने कन्हैया मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा है। पटियाला हाउस कोर्ट में पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कन्हैया के साथ हुई मारपीट के मामले में संज्ञान लेते हुए NHRC ने पुलिस के साथ-साथ, केंद्र और दिल्ली सरकार के लिए भी नोटिस जारी किया है। मालूम हो कि NHRC के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को तिहाड़ जेल में जाकर कन्हैया के साथ मुलाकात की थी। बाहर आकर उन्होंने बताया था कि कन्हैया के शरीर पर चोट और खरोंच के निशान हैं। साथ ही, NHRC ने यह भी बताया कि कन्हैया ने अपने नाम से लिखी गई और दिल्ली पुलिस द्वारा जारी की गई अपील को दबाव में लिखवाया गया बताया है।
कन्हैया के साथ मुलाकात के बाद आयोग ने दिल्ली पुलिस की आलोचना की थी। पटियाला हाउस कोर्ट में कन्हैया के साथ हुई कथित बदसलूकी को लेकर आयोग ने पुलिस की निंदा भी की थी। आयोग ने कहा कि पुलिस हिरासत में कन्हैया के ऊपर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया गया और उनके नाम से जारी की गई अपील दरअसल पुलिस ने उनसे लिखवाई थी। आयोग ने बताया कि कन्हैया ने अपनी मर्जी से वह अपील नहीं लिखी थी, बल्कि पुलिस ने अपील लिखने के लिए दबाव बनाया था।
आयोग ने शुक्रवार को कहा था कि कन्हैया के ऊपर कोर्ट परिसर में किया गया हमला पूर्वनियोजित था। पुलिस की भूमिका को लेकर टिप्पणी करते हुए आयोग ने कहा था कि पुलिस ने लापरवाही बरती। आयोग ने कहा कि सुरक्षा इंतजाम में गंभीर चूक हुई। आयोग ने कन्हैया की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता जताई।
आयोग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, ’17 फरवरी को पटियाला हाउस कोर्ट में वकील के कपड़े पहने कुछ लोगों ने कन्हैया को गाली दी और उनके साथ मारपीट भी की। कोर्टरूम के अंदर उन्हें शारीरिक प्रताड़ना भी दी गई। यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ, लेकिन पुलिस ने ना तो इस मारपीट को रोकने की कोशिश की और ना ही हमलावरों को पकड़ने की ही कोशिश की। यह सब तब हुआ जब कि कन्हैया ने वहीं हमलावरों की पहचान भी कर ली थी। घटनाओं के क्रम को देखते हुए श्री कन्हैया और उनके परिवार की सुरक्षा और हिफाजत को लेकर हमें गंभीर चिंता हो रही है।’
आयोग ने बताया कि कन्हैया ने अपनी गिरफ्तारी को गलत बताया है। उनके मुताबिक, पुलिस ने अभी तक उन्हें गिरफ्तार करने के कारणों का भी खुलासा नहीं किया है। रिपोर्ट में बताया गया कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने कन्हैया की सुरक्षा के लिए विशेष बंदोबस्त किए हैं और उन्हें अलग से रखा गया है। कन्हैया को जेल प्रशासन से कोई शिकायत नहीं है। आयोग ने बताया कि कन्हैया ने उनसे हिरासत के दौरान पुलिस द्वारा किसी तरह का उत्पीड़न किए जाने की शिकायत नहीं की।
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