स्वर्ग जैसी दिखती है \’फूलों की घाटी\’, 45 साल बाद खुलेगा इसका बंद रास्ता
|देहरादून. उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में स्थित वैली ऑफ फ्लावर्स को 'फूलों की घाटी' कहा जाता है। यहां के नंदा देवी नेशनल पार्क और फूलों की घाटी को मिलाकर वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया। आपको बता दें कि स्वर्ग जैसी इस घाटी का रास्ता 45 साल के बाद खुलने वाला है। 1970 से चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी का कुंठखाल-हनुमान चट्टी पैदल ट्रैक ग्लेशियर में दबे होने से बंद था। अब नंदा देवी नेशनल पार्क प्रशासन ने डेढ़ करोड़ रुपए खर्च कर यहां एक मीटर चौड़ा ट्रैक बनाया है। अंग्रेज अफसरों की थी पहली पसंद समुद्र तल से 3962 मीटर की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी 87 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। यहां हिमालयी नीली पॉपी, दुर्लभ ब्रह्म कमल, ऑरेंज पॉनीटेला, अस्ट्रालागस और रोज़ा जैसे 300 से भी ज़्यादा फूलों की प्रजातियां अपनी छटा बिखेरती हैं। इसी कारण हिमालय की बर्फ़ीली वादियों में क़ुदरत का आनंद लेने के लिए ब्रिटिश अफसर यहां आते थे। अंग्रेज अफसर महीनों तक फूलों की घाटी और कुंठखाल में तंबू लगाकर यहां रुकते थे। कुंठखाल में खिलता है 'ब्रह्म…