400 कंपनियों में महिला निदेशकों की नियुक्ति बाकी
| नई दिल्ली सेबी की 1 अप्रैल की समय सीमा समाप्त होने को है, फिर भी अब तक करीब 400 सूचीबद्ध कंपनियों ने अपने निदेशक मंडल में एक भी महिला निदेशक की नियुक्ति नहीं की है। हालांकि बाजार नियामक ने चेतावनी दी है कि इस नियम का अनुपालन नहीं करने वाली कंपनी को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। समय सीमा नजदीक आने के साथ कई और कंपनियों द्वारा मार्च अंत तक महिला निदेशक की नियुक्ति की जा सकती है। इनमें से कई कंपनियों के निदेशक मंडल की अगले दो दिन में बैठक होने वाली है। पिछले सप्ताह ही हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो तथा टाटा इंटरनैशनल सहित करीब 50 सूचीबद्ध कंपनियों ने अपने निदेशक मंडल में महिला निदेशक की नियुक्ति की है। कई स्मॉल व मिड कैप कंपनियां अपने बोर्ड में महिला निदेशकों की नियुक्ति कर रही हैं। 25 मार्च तक का हाल सेबी के कंपनियों के संचालन की संहिता के तहत ये दिशा-निर्देश फरवरी, 2014 में जारी किए गए थे। पहले इसकी समय सीमा 1 अक्तूबर, 2014 थी, जिसे बाद में छह माह के लिए बढ़ाया गया। कई करेंगे नियुक्ति
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इन प्रयासों के बावजूद करीब 395 सूचीबद्ध इकाइयां ऐसी हैं, जिनमें 25 मार्च तक महिला निदेशक नहीं थीं। सूचीबद्ध कंपनियों को 1 अप्रैल तक अपने निदेशक मंडल में कम से कम एक महिला निदेशक की नियुक्ति करनी है। सेबी ने संकेत दिया है कि इस समयसीमा को और नहीं बढ़ाया जाएगा।
प्राइम डेटा बेस के आंकड़ों के अनुसार, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज में 1,478 सूचीबद्ध कंपनियों में से 395 में 25 मार्च तक एक भी महिला निदेशक नहीं थीं। एबीसी इंडिया, एसआरएम एनर्जी, पारनैक्स लैब, अन्ना इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा माज्दा प्रॉपर्टीज ने अगले कुछ दिन में महिला निदेशक की नियुक्ति के लिए बोर्ड की बैठक बुलाई है।
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