हर दस में से एक प्रॉस्टिट्यूट की उम्र 17 से कम, ऐसी है यहां की LIFE
|इंटरनेशनल डेस्क. मुस्लिम देश के रूप में पहचाने जाने वाले इंडोनेशिया में कट्टरपंथियों के विरोध के चलते पिछले साल यहां दुनिया का पहला ट्रांसजेंडर बोर्डिग स्कूल बंद करवा दिया गया था, जिसके चलते ट्रांसजेंडर बेघर हो गए हैं। इसीलिए यहां कई ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट बोर्डिग स्कूल फिर से खोने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा कट्टरपंथियों द्वारा इंडोनेशिया में अब ब्रॉथल्स (वेश्यालय) भी तोड़े जा रहे हैं। इंडोनेशिया में प्रॉस्टिट्यूशन पर हर महीने 615 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। ऐसे में ब्रॉथल्स तोड़े जाने से देश की इकोनॉमी पर बड़ा असर पड़ेगा। हर दस में से एक प्रॉस्टिट्यूट की उम्र 17 से कम… – इंडोनेशिया में 140,000 से 230,000 प्रॉस्टिट्यूट्स हैं। इन्हें लोअर, मिडल, अपल और एलीट क्लास में कैटेगराइज किया गया है। – यहां सेक्स सेक्टर का फाइनेंशियल टर्नओवर 8000 करोड़ से 22,000 करोड़ रुपए के बीच है। यह देश की जीडीपी का 0.8 से 2.4 फीसदी है। – एक सर्वे के मुताबिक, यहां की हर दस में से एक प्रॉस्टिट्यूट की उम्र 17 साल से कम है। 2014 में ही ब्रॉथल्स बंद करना चाहती थी गवर्नमेंट – कालीजोडो…