हर आंख थी नम जब शहीद पिता को मुखाग्नि देकर बेटी बोली- मुझे फक्र है

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पंपोर में आतंकियों से एनकाउंटर में शहीद कैप्टन तुषार महाजन ऊधमपुर के रहने वाले थे। देश भक्ति उनके अंदर कूट-कूटकर भरी थी। वह शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आदर्श मानते थे। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग मौजूद थे। वहीं, हिमाचल के मंडी में शहीद राजकुमार राणा को मुखाग्नि देकर बेटी ने कहा, मुझे पिता की शहादत पर गर्व है। 26 जनवरी को लिखा था आखिरी मैसेज…     – शहीद कैप्टन महाजन ने 26 जनवरी को अपने आखिरी वॉट्सऐप मैसेज में लिखा, ''सो जाएगी कल लिपटकर तिरंगे के साथ अलमारी में… देशभक्ति है साहब, तारीखों पर जागती है।'' उनके वॉट्सऐप अकाउंट पर भगत सिंह की फोटो लगी हुई है।  – तुषार महाजन आर्मी की 10 पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो थे। उनके स्कूल टीचर सुनील जार्ज ने मुताबिक, तुषार बचपन से बहुत होशियार और बहादुर थे। आर्मी में जाकर दुश्मन को मारना उनके बचपन की चाहत थी।  – शहीद कैप्टन के पिता देव राह गुप्ता सरकारी स्कूल के रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं। सोमवार को उन्होंने अपने बहादुर बेटे को आखिरी सैल्यूट किया।   एनकाउंटर में 3 आतंकी…

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