हम जनता की सरकार हैं इसलिए हुई मैक्स पर कार्रवाईः केजरीवाल
|मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मैक्स अस्पताल के मुद्दे पर कहा कि सरकार भले ही प्राइवेट अस्पतालों के काम में दखल नहीं देना चाहती, लेकिन अगर कोई अस्पताल जिंदा बच्चे को मरा घोषित कर देगा, मरीजों के साथ आपराधिक लापरवाही होगी तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के खिलाफ पहले भी शिकायतें आ रही थीं। इस मामले में भी दोषी पाया गया तो हमने लाइसेंस कैंसल कर दिया । हम ऐसा इसलिए कर पाए क्योंकि हम जनता की जेब में हैं, हमारी सरकार जनता की सरकार है, जनता के लिए काम करती है। इसलिए जिस अस्पताल के खिलाफ बड़ी-बड़ी सरकारों ने आज तक कुछ करने की हिम्मत नहीं दिखा पाईं, वह हमने कर दिया।
केजरीवाल ने कहा कि अक्सर सरकार बड़े लोगों की जेब में होती है, वे ऐसे मामले में सरकार से सेटिंग कर लेते हैं। हम भी चाहते तो सेटिंग कर लेते, पैसे ले लेते। जितना मांगते उतना वे दे देते। आज पैसा खा लेते तो आत्मा को शांति नहीं मिलती। जनता का विश्वास खत्म हो जाता। यह सरकार, आपके लिए है, आपकी जेब में है, इसलिए हम ऐसा फैसला कर पाए। उन्होंने कहा कि सरकार प्राइवेट अस्पताल के खिलाफ नहीं है, जितना प्राइवेट अस्पताल होगा, उतना लोगों को फायदा होगा। लेकिन इस तरह की आपराधिक लापरवाही होने पर तो सरकार दखल देगी और ऐक्शन लेगी ही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास में पहली बार इतने बड़े अस्पताल के खिलाफ किसी सरकार ने ऐक्शन लिया है और उसका लाइसेंस कैंसल कर दिया है। हम यह संदेश देना चाहते हैं कि जो लूटेगा, अपराधियों वाला काम करेगा, वह बचेगा नहीं।
पढ़ेंः दिल्ली सरकार ने मैक्स का लाइसेंस रद्द किया
इधर, मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का फैसला यहां पहले से इलाज करा रहे मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। अस्पताल के बाहर शनिवार सुबह से शाम तक सैकड़ों मरीज जमा हुए। उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मरीजों का कहना है कि अस्पताल का लाइसेंस रद्द होने के बाद उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है। मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द होने के बाद शनिवार सुबह डायलिसिस, कीमोथेरपी और सर्जरी के लिए आए मरीजों को लौटना पड़ा। नाराज मरीजों के परिजनों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मरीजों के मुताबिक कई महीने से उनका इलाज मैक्स अस्पताल में ही चल रहा है। ऐसे में वह अब इलाज के लिए कहां जाए? उन्होंने कहा कि सरकार को अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने से पहले सोचना चाहिए था कि उनका क्या होगा?
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Delhi Political News in Hindi, दिल्ली राजनीति समाचार, खबर , Delhi Politics News