सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में कहा- एक-दूसरे की आस्था में न दें दखल
|कोर्ट ने कहा कि मुस्लिमों को वहां घुसने और नमाज पढ़ने से रोकने की घटना 22/23 दिसंबर 1949 को हुई जब वहां पर मूर्तियां रख दी गईं।
कोर्ट ने कहा कि मुस्लिमों को वहां घुसने और नमाज पढ़ने से रोकने की घटना 22/23 दिसंबर 1949 को हुई जब वहां पर मूर्तियां रख दी गईं।