सीरिया में भुखमरी, कुत्ते-बिल्ली व घास का सूप पीने को मजबूर हैं लोग
|इंटरनेशनल डेस्क. सीरिया में जारी सिविल वॉर के चलते हालात भयावह होते जा रहे हैं। आलम यह है कि भूख मिटाने के लिए लोग कुत्ते-बिल्ली तक खाने को मजबूर हो रहे हैं। राजधानी दमिश्क से लगे मडाया कस्बे में भुखमरी व कमजोरी की वजह से लोगों की असमय मौत हो रही है। मिट्टी-घास का सूप पीने को मजबूर हुए लोग… – रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीरिया के मडाया कस्बे में हालात दिनोंदिन बदतर होते जा रहे हैं। – यहां की करीब 40,000 की आबादी घास-मिट्टी का सूप पीने को मजबूर हो गई है। – अबु अब्दुल रहमान नाम के एक व्यक्ति ने कहा, "कस्बे में बहुत कम बिल्ली या कुत्ते जिंदा बचे हैं। भूख मिटाने के लिए लोग पेड़ों की पत्तियां उबाल कर खा रहे हैं।" खाना है, पर इतना महंगा कि खरीद न सके कोई दमिश्क में खाने की कीमत मडाया में खाने की कीमत कितना गुना ज्यादा बिक रहा चीनी 88 रुपए/किलो 13,378 रुपए/किलो 152 आटा 53 रुपए/किलो 8,027 रुपए/किलो 152 चावल 88 रुपए/किलो 8,027 रुपए/किलो 91 दूध 71 रुपए/लीटर 20,067 रुपए/लीटर 283 (स्रोत: सीएनएन) कुपोषण का शिकार बच्चे – सीरियन…