वास्तविक चिंता है साइबर हमले का बढ़ता जोखिम
|वित्तीय संस्थानों पर साइबर हमले का जोखिम अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा 300 गुना अधिक है, और हमले से उबरने के लिए लगने वाली लागत भी अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा 40 गुना अधिक है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों का बार-बार वित्तीय संस्थानों पर साइबर हमला करने के पीछे का मुख्य लक्ष्य धन कमाना होता है।
सभी वित्तीय क्षेत्रों और व्यापार जगत में बढ़ते साइबर हमले वरिष्ठ अधिकारियों को सुरक्षा के प्रति और अधिक सतर्क और जागरूक कर रहे हैं। बीएस बीएफएसआई इनसाइट समिट में एफआईएस के बैंकिंग और पेमेंट के लिए भारत और फिलीपींस के प्रमुख राजश्री रंगन ने कहा, ‘वास्तव में हमारे मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने हाल ही में कहा था कि पहले वह शायद साल में एक बार 20 मिनट के लिए कंपनियों के निदेशक मंडल से मिलते थे, लेकिन अब यह बढ़कर 30 मिनट तक की हो गई है।
साइबर सुरक्षा एक ऐसी चीज है जो हर किसी के दिमाग में चल रही है।’ कोविड के कारण हुए साइबर अपराध में वृद्धि ने कुछ हद तक इसे सबसे आकर्षक अपराध बना दिया है। ईवाई फॉरेंसिक ऐंड इंटीग्रिटी सर्विसेज के पार्टनर रंजीत बेल्लारी ने कहा कि अगर गणना की जाए तो साइबर अपराध आज मौद्रिक मूल्य के मामले में सबसे बड़ा है। अपराध की बात की जाए तो यह अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को पार कर गया है, जो अपराध के मामले में शीर्ष पर हुआ करता था।
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