राष्ट्रपति चुनाव: ‘आप’ के दो विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
|भले ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रपति चुनाव में मीरा कुमार को समर्थन दिया था, लेकिन उनकी पार्टी में ही क्रॉस वोटिंग हो गई। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के निर्देश के बाद भी दो विधायकों ने एनडीए कैंडिडेट रामनाथ कोविंद के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। कहा यह भी जा रहा है कि 4 में से 2 ‘आप’ सांसदों ने कोविंद के पक्ष में वोट डाला। पंजाब से ‘आप’ सांसद हरिंदर सिंह खालसा ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्होंने वोटिंग में पार्टी की लाइन को फॉलो नहीं किया और अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुना।
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एक अन्य बागी सांसद धर्मवीर गांधी से इस बारे में बात नहीं हो सकी है। हालांकि आप ने इस बात को खारिज किया है कि क्रॉस वोटिंग पार्टी में विवाद को दर्शाती है। पार्टी का कहना है कि 55 विधायकों ने मीरा कुमार को वोट किया है। मतगणना के अनुसार दिल्ली विधानसभा की वोटिंग में कुल 69 विधायकों में से आप के दो एमएलए अनुपस्थित रहे। इसके बाद बचे 67 में से 6 को अवैध घोषित कर दिया गया। कुल 61 विधायकों में से 55 ने मीरा कुमार के पक्ष में वोट दिया, जबकि छह ने कोविंद के पक्ष में मतदान किया। बीजेपी के विधानसभा में 4 ही विधायक हैं, इससे साफ है कि दो विधायकों ने कोविंद के पक्ष में वोट किया।
राष्ट्रपति चुनाव: विपक्ष के लिए क्या है संदेश?
‘आप’ के प्रवक्ता ने कहा कि दो सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है। इन्हें पार्टी से पहले ही निलंबित किया जा चुका है और इनकी क्रॉस वोटिंग को पार्टी में विद्रोह नहीं कहा जा सकता। विधायकों को लेकर भी उन्होंने कहा कि ये क्रॉस वोटिंग बागी विधायकों ने ही की है, जिन्हें पार्टी की सदस्यता से निलंबित किया जा चुका है। वोटिंग के बाद बाहर आए करावल नगर के विधायक कपिल मिश्रा ने कहा था, ‘मैंने उस व्यक्ति को वोट किया है, जो राष्ट्रपति भवन पहुंचने वाला है।’ इससे साफ था कि उन्होंने कोविंद के पक्ष में ही मतदान किया है।
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