मोदी सरकार के दो साल में अंबानी, अडानी घाटे में रहे
|मोदी के करीबी माने-जाने वाले अंबानी-अडानी को इस दौरान 60 हजार करोड़ रुपए तक का नुकसान हुआ है। जबकि, टाटा ग्रुप को 68 हजार करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। पिछले दो साल में अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 51 फीसदी, मुकेश अंबानी ग्रुप को 15 फीसदी और अनिल अंबानी का मार्केट कैप 44 फीसदी तक घटा है।
ETMarkets.com द्वारा जारी किए गए डेटा में यह बात सामने आई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो साल के कार्यकाल में देश के शीर्ष के 15 औद्योगिक घरानों ने कुल 17 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। फिलहाल स्थिति यह है कि इन 15 कॉर्पोरेट घरानों की मार्केट वैल्यू तकरीबन 31 लाख करोड़ की है। BSE की वर्तमान वैल्यू 96 लाख करोड़ की है, जिसका एक तिहाई हिस्सा शीर्ष के 15 औद्योगिक घरानों का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब दो साल पूर्व 26 मई के दिन पद की शपथ थी ली थी, उस वक्त इन 15 औद्योगिक घरानों की कुल संपत्ति 37.44 लाख करोड़ थी। मोदी के एक साल के कार्यकाल की समाप्ति के पश्चात यह संपत्ति घटकर 36.5 करोड़ ही रह गई।
दो साल की यह अवधि टाटा समूह के लिए जरूर अच्छा रहा। टाटा ग्रुप के मार्केट कैप में 10 फीसदी और सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल के मार्केट कैप में 16 फीसदी का इजाफा का हुआ है। बीते दो साल में सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 7 कंपनियों में निवेशकों ने पैसे जरूर गंवाए, लेकिन 23 कंपनियों में निवेशकों को अच्छे रिटर्न भी मिले। क्रूड में आई गिरावट के चलते एशियन पेंट्स का स्टॉक दो साल में तकरीबन दोगुना हो गया।
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