‘मैदान’ का फाइनल ट्रेलर आउट:टीम से बोले फुटबॉल कोच अजय- भीड़ से साथ की उम्मीद मत रखना, आज काल बनकर खेलना
|अजय देवगन स्टारर स्पोर्ट्स ड्रामा बायोपिक ‘मैदान’ का फाइनल ट्रेलर रिलीज हो चुका है। 2 मिनट के इस ट्रेलर में अजय देशभर में घूम-घूमकर फुटबॉल खिलाड़ी इकट्ठे करते नजर आ रहे हैं। फिल्म में अजय, रहीम के रोल में नजर आएंगे। प्रियामणि ने उनकी वाइफ का रोल प्ले किया है। दोनों के अलावा गजराज राव, स्लोचीता और रुद्रनील घोष भी फिल्म में अहम रोल में दिखाई देंगे। एसए रहीम की लाइफ पर बेस्ड है ‘मैदान’ ‘मैदान’ की कहानी 1950 से लेकर 1963 तक इंडियन नेशनल फुटबॉल टीम के कोच और मैनेजर रहे सैय्यद अब्दुल रहीम की लाइफ पर बेस्ड है। फिल्म के फाइनल ट्रेलर में दिखाया है कि कैसे रहीम ने अपनी पूरी लाइफ देश को फुटबॉल के जरिए पहचान दिलाने में लगा दी थी। ट्रेलर के अंत में अजय अपनी टीम से बोलते हैं कि आज मैदान में मौजूद भीड़ से साथ की उम्मीद मत रखना और काल बनकर खेलना। 3 घंटे लंबे होगी फिल्म मैदान को सेंसर बोर्ड ने बिना किसी कट के ‘U’ सर्टिफिकेट दे दिया है। फिल्म की लंबाई 3 घंटे 2 मिनट है। यह ईद के मौके पर हिंदी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में रिलीज होगी। फिल्म का क्लैश 10 अप्रैल को ही रिलीज हाेने जा रही अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ स्टारर ‘बड़े मियां छोटे मियां’ से होगा। 5 साल से अटकी थी ‘मैदान’ इस फिल्म की अनाउंसमेंट 2018 में की गई थी। तब से लेकर अब तक करीबन 5 बार इसकी रिलीज पोस्टपोन हो चुकी थी। शुरुआत में इस फिल्म का सेट दहिसर में बनाया गया था जहां ओलंपिक ग्राउंड और रनिंग ट्रेक जैसे कई सेट 9 एकड़ में बने थे। इस सेट पर 30 से 35 दिनों की शूटिंग बची हुई थी पर लॉकडाउन और महामारी के चलते काफी वक्त तक इस बचे हुए पोर्शन की शूटिंग हो नहीं पाई। साइक्लोन निसर्ग से हुआ था सेट को नुकसान इस सेट को बनाने में 7 करोड़ का खर्च आया था। साइक्लोन निसर्ग के चलते भी फिल्म के सेट को काफी नुकसान हुआ था। इस फिल्म का निर्देशन ‘बधाई हो’ फेम डायरेक्टर अमित शर्मा ने किया है। वहीं इसके प्रोड्यूसर बोनी कपूर हैं। उम्मीद है फिल्म यंगस्टर्स को प्रेरित करेगी: बोनी इस फिल्म पर बात करते हुए प्रोड्यूसर बोनी कपूर ने कहा था, ‘मैं हैरान था कि सैय्यद अब्दुल रहीम के अचीवमेंट्स के बारे में कई लोगों को जानकारी नहीं थी। वो एक अनसन्ग हीरो हैं जिनका सम्मान होना चाहिए। उनकी टीम में चुन्नी गोस्वामी, पीके बैनर्जी, बालाराम और अरुण घोष जैसे हीरोज भी थे। हमें उम्मीद है कि यह फिल्म यंगस्टर्स को फुटबॉल खेलने के लिए प्रेरित करेगी।